लखनऊ में युवती की कार को पुलिस ने रोका तो कागज फेंक, जोर-जोर से रोने लगी, वीडियो वायरल
लखनऊ। देशभर में लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घर पर हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि जबतक बहुत जरूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें, लेकिन बावजूद इसके लोग कुछ ना कुछ बहाना बताकर घर से बाहर निकल रहे हैं। अलग-अलग शहरों में तमाम इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं जब पुलिस लोगों को सड़क पर रोकती है तो लोग अलग-अलग तरह की वजह बताते हैं और फिर पुलिस के सामने ड्रामा करने लगते हैं। ऐसा ही मामला यूपी के लखनऊ का सामने आया है। यहां एक युवती को जब पुलिस वालों ने रोका तो वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी और तमाशा करने लगी।
सड़क पर बैठकर रोने लगी युवती
यह घटना लखनऊ के जियामऊ इलाके का है, जहां पर तीन युवतियां कार से निकली थीं। उन्हें जब पुलिस ने रोका तो इन लोगों ने पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और जोर-जोर से चित्लाकर तमाशा करने लगी, यही नहीं वह कार से उतरकर सड़क पर बैठ गई और रोने लगी। यह देखकर पुलिस वाले भी चकित हो गए। युवती ने इस कदर गुस्सा जाहिर किया कि जब पुलिसवालों ने कागज दिखाने को कहा तो उसने तमाम कागजों को उठाकर सड़क पर फेंक दिया और बोली लो कागज।
वीडियो वायरल
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से लड़की तमाशा कर रही है, कागज को सड़क पर फेंक रही है और जोर-जोर से चिल्ला रही है और सड़क पर ही बैठकर रोने लगती है। दूसरी युवती कार से बाहर निकलकर उसे समझाने की कोशिश करती है लेकिन वह मानने को तैयार नहीं होती। वहीं पुलिस ने मोटर वेहिकल एक्ट के तहत महिला की गाड़ी का चालान कर दिया है। महिलाओं का कहना है कि वह मेडिकल इमरजेंसी की वजह से अस्पताल जा रही थीं।
|
झूठा निकला दावा तो दर्ज होगा केस
इस पूरी घटना के बारे में लखनऊ के कमिश्नर सुजीत पांडे ने कहा कि अगर यह सच में मेडिकल इमरजेंसी का केस था तो मैं चालान वापस ले लूंगा, लेकिन अगर ये झूठ निकला और ये महिलाएं अस्पताल नहीं जा रही थी तो इनके खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा। अगर आपको किसी भी तरह की इमरजेंसी है तो आप 112 पर फोन करिए, लॉकडाउन का उल्लंघन मत करिए। जो भी इसक उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।