शहीद हेमंत करकरे पर बयान को लेकर मुश्किल में बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर, चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस
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भोपाल। मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है। बीजेपी उम्मीदवार को ये नोटिस उनके उस बयान को लेकर जारी किया गया है, जो उन्होंने मुंबई एटीएस के प्रमुख शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिया था। आदर्श चुनाव आचार संहिता के तहत जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर की ओर से प्रज्ञा सिंह ठाकुर को ये नोटिस जारी किया गया है। इसमें उनसे शहीद हेमंत करकरे पर की गई उनकी टिप्पणी को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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चुनाव आयोग ने प्रज्ञा ठाकुर से मांगा जवाब
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 18 अप्रैल को एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान 26/11 मुंबई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था, "मैंने हेमंत करकरे को कहा था कि तुम्हारा सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा उस दिन सूतक का अंत हुआ।" मुंबई एटीएस प्रमुख स्वर्गीय हेमंत करकरे पर प्रज्ञा ठाकुर की इस टिप्पणी पर सियासी हंगामा मच गया था।
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शहीद हेमंत करकरे पर प्रज्ञा ठाकुर ने दिया था बयान
कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर सवाल खड़े किए थे। खुद बीजेपी ने भी अपनी पार्टी की उम्मीदवार के इस बयान से खुद को अलग कर लिया था। बीजेपी ने शुक्रवार को एक पत्र जारी करते हुए यह साफ कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट मानना है कि स्वर्गीय हेमंत करकरे आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। भाजपा ने हमेशा उन्हें शहीद माना है। बीजेपी ने पार्टी का स्टैंड साफ करते हुए कहा है कि जहां तक साध्वी प्रज्ञा के इस संदर्भ में बयान का विषय है, तो यह उनका निजी बयान है जो वर्षों तक उन्हें हुई शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के कारण दिया गया होगा।
बयान पर बवाल के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने दी थी सफाई
बीजेपी की ओर से बयान आने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी शुक्रवार शाम को अपने बयान के लिए सफाई देते हुए माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा कि वो (हेमंत करकरे) आतंकवादियों की गोलियों से मरे हैं, निश्चित रूप से शहीद हैं। मैंने महसूस किया कि विरोधियों को इसका फायदा हो रहा है, इसलिए मैं अपना बयान वापस लेती हूं और इसके लिए माफी मांगती हूं, यह मेरा व्यक्तिगत दर्द था। इस बीच चुनाव आयोग ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर को नोटिस जारी किया गया है। आदर्श चुनाव आचार संहिता के तहत जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर की ओर से प्रज्ञा सिंह ठाकुर को ये नोटिस जारी किया गया है। इसमें उनसे शहीद हेमंत करकरे पर की गई उनकी टिप्पणी को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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