लालू के राजनीतिक करिअर पर 11 साल का विराम
यह ध्यान देने योग्य है कि लालू ने अपनी पार्टी में किसी को नंबर दो नहीं बनने दिया था, जिससे कि भविष्य में उन्हें कोई चुनौती न दे सके लेकिन अब लगता है कि उनका यही दांव उल्टा पड़ गया है। कोर्ट के फैसले पर राजद के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि मामला यहीं खत्म नहीं हो जाता है, अभी हम हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होने कहा कि राजनीति में उतार चढ़ाव तो लगा ही रहता है। उन्होने दावे से कहा कि हम 15 दिनों में जमानत करवा लेंगे। लालू की प्रशंसा करते हुए उन्होने कहा कि जब कोई शेर ऊंचाई की तरफ जाता है और गलती से खाई में गिर जाता है तब भी वह शेर ही रहता है और लालू यादव आज भी हमारे नेता हैं और हमेशा रहेंगे।
पार्टी में नेतृत्व संकट की बात पर उन्होने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है, वह पहले भी हमारे नेता थे, आज भी हैं और हमेशा रहेंगे।
ट्विटर की प्रतिक्रिया
इसके अलावा सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लोगों ने इस पर खुशी जताई है तो कुछ अभी भी लालू की सजा से संतुष्ट नहीं है, एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि 37 करोड़ लेने के बाद 25 लाख का जुर्माना देने और पांच साल के लिए जेल जाने के लिए मैं भी तैयार हूं। वहीं पत्रकार रवीश कुमार ने कहा है कि अब अगर सीबीआई को स्वायत्ता दे दी जाए तो कई और नेताओं के खिलाफ वाली फाइलें मिल जाएंगी। समाज सेवी किरन बेदी ने कहा है कि न्यायालय को इससे उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए कि कोई भी अपराधी, क्राइम करके आसान जिंदगी नहीं जी सकता है, उसे एक न एक दिन उसके किये की सजा भुगतनी ही होती है।