'जो गलती पृथ्वीराज चौहान ने की वो भूल के मत करना.....',कंगना का Twitter पर PM Modi को सलाह
नई दिल्ली: अभिनेत्री कंगना रनौत अब ट्विटर के खिलाफ भारत सरकार के सख्त रुख को देखते हुए उसमें भी कूद पड़ी हैं और करीब 800 वर्ष पुराने भारतीय इतिहास का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह भी दे डाली है। उन्होंने ट्विटर पर जरा भी रहम नहीं दिखाते हुए पीएम मोदी से उसे बिल्कुल माफ नहीं करने को कहा है। गौरतलब है कि किसान आंदोलन के दौरान देश में अस्थिरता फैलाने के कथित विवादास्पद हैशटैग को लेकर मोदी सरकार ट्विटर के लापरवाह रवैए से सख्त नाराज है और यहां तक कि उसके बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी तक की तलवार लटकी हुई है।
प्रधानमंत्री
जी
भूलकर
भी
गलती
मत
करना-
कंगना
ट्विटर
हैशटैक
के
विवादास्पद
मामले
में
इस
माइक्रोब्लॉगिंग
साइट
के
खिलाफ
कार्रवाई
करने
के
लिए
कंगना
रनौत
ने
ट्विटर
के
जरिए
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
से
गुजारिश
की
है।
उन्होंने
लिखा
है,
'माननीय
प्रधानमंत्री
जी,
जो
गलती
महान
योद्धा
पृथ्वीराज
चौहान
जी
ने
की
थी,
वो
बुल्कुल
मत
करना......उस
गलती
का
नाम
था
माफी.......ट्विटर
कितनी
भी
माफी
मांगे
बिल्कुल
माफ
मत
करना।
उन्होंने
भारत
में
गृह
युद्ध
की
साजिश
रची।'
इसके
बाद
उन्होंने
#BanTwitterInIndia
लगाया
है।
'कू'
प्लेटफॉर्म
का
किया
समर्थन
इससे
पहले
कंना
ने
देसी
माइक्रो-ब्लॉगिंग
प्लेटफॉर्म
'कू'
का
समर्थन
करते
हुए
लिखा
था,
'सहमत
हूं
कि
इन
पहले
देश
(विश्व
के)
के
लोग
और
उनका
समाज
या
राजनीतिक
मुद्दे
हम
से
बहुत
अलग
हैं,
हमारे
छद्म
अभिजात
अल्पसंख्यक
उनके
जरिए
पहचान
बनाते
हैं
और
सोशल
मीडिया
सिर्फ
पहले
विश्व
की
समस्याओं
की
ही
बात
करता
है।
हम
इसे
हम
भारतीयों
और
हमारे
मुद्दों
के
लिए
ज्यादा
सुलभ
बनाएं
#kooapp'
ट्विटर
के
बड़े
अधिकारियों
पर
गिरफ्तारी
की
तलवार
गौरतलब
है
कि
बुधवार
को
सरकार
ने
1,300
से
ज्यादा
ट्विटर
एकाउंट
नहीं
बंद
किए
जाने
पर
ट्विटर
को
जमकर
फटकार
लगाई
थी
और
चेतावनी
दी
थी
कि
उसे
भारतीय
कानूनों
का
पालन
करना
ही
होगा।
सरकार
ने
ट्विटर
को
आदेश
दिया
है
कि
किसान
आंदोलन
और
कृषि
कानूनों
को
लेकर
झूठी
जानकारी
फैलाने
वाले
ट्विटर
एकाउंट
को
फौरन
बंद
करे।
इस
मामले
में
ट्विटर
के
बड़े
अधिकारियों
की
गिरफ्तारी
तक
की
भी
संभावनाएं
जताई
जा
रही
हैं।
इससे
पहले
ट्विटर
ने
एक
पब्लिक
ब्लॉग
स्पॉट
के
जरिए
सफाई
दी
थी
कि
उसने
सरकार
के
आदेश
पर
पूरी
तरह
से
इसलिए
अमल
नहीं
किया
है,
क्योंकि
उसे
लगता
है
कि
ब्लॉक
करने
का
सरकारी
आदेश
भारतीय
कानून
से
मेल
नहीं
खाता।