कमलेश तिवारी मर्डर: मिठाई के डिब्बे से मिला सुराग और हत्यारोपियों तक कैसे पहुंची पुलिस?
कमलेश तिवारी मर्डर: मिठाई के डिब्बे से पुलिस ने खोला राज
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नई दिल्ली। लखनऊ में शुक्रवार को हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड को पुलिस ने कुछ ही घंटों को भीतर सुलझा लेने का दावा किया है। गुजरात एटीएस और यूपी पुलिस ने देर रात ही इस मामले में गिरफ्तारियां की। तीन लोगों के अपराध कबूल लेने की बात भी गुजरात एटीएस ने कही है। इस मामले में आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस के लिए जो सबसे अहम कड़ी रही वो था एक मिठाई का डिब्बा। ये मिठाई खरीदी गई थी गुजरात के सूरत से।
मिठाई के डिब्बे में छुपाकर लाए हथियार
हमलावर मिठाई के डिब्बे में हथियार छुपाकर लाए थे और कमलेश तिवारी की हत्या कर फरार हो गए। कमलेश तिवारी की हत्या के बाद घटनास्थल से एक मिठाई का खाली डिब्बा मिला। पुलिस ने देखा कि ये सूरत की घारी मिठाई का डिब्बा था। घारी सूरत की मशहूर मिठाई है और यहीं की दुकान का ये डिब्बा था। इसके बाद सूरत पुलिस से संपर्क किया गया तो एटीएस की टीम इस दुकान पर पहुंची।
दुकान के सीसीटीवी किए चैक
सूरत पुलिस की टीम उस दुकान में पहुंची जहां से ये मिठाई खरीदी गई थी। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे को पुलिस ने चेक किया। पुलिस को मिठाई खरीदते वक्त की सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की शिनाख्त में मदद मिली। इसी से पुलिस ने आधी रात को सूरत से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन लोगों ने अपराध कबूल कर लिया, जिसके बाद पुलिस ने शनिवार को मामले की जानकारी मीडिया को दी।
दुबई में रची गई कत्ल की साजिश
गुजरात एटीएस ने जिन तीन लोगों को उठाया है, उनके नाम खुर्शीद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान हैं। शनिवार को गुजरात एटीएस और यूपी पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि हत्या की साजिश दुबई में रची गई। गुजरात एटीएस ने दावा किया कि कमलेश तिवारी की हत्या के लिए सूरत से पिस्टल खरीदी गई थी, साजिश रचने के बाद एक शख्स दो महीने पहले ही दुबई से भारत कमलेश तिवारी की हत्या करने से मंसूबे से आया था।
कमलेश तिवारी हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी का सीसीटीवी फुटेज आया सामने