जम्मू कश्मीर में 15 दिन बाद खुले स्कूल, कक्षाओं में छात्रों की संख्या रही बहुत कम
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के 190 स्कूल सोमवार को फिर से खुल गए हैं। दो हफ्ते सं बंद श्रीनगर और राज्य के दूसरे हिस्सों के स्कूल सोमवार सुबह खुले लेकिन ज्यादातर स्कूलों में बच्चे बहुत कम संख्या में पहुंचें। कई स्कूलों में तो कुछ कक्षाओं में एक भी बच्चा नहीं पहुंचा। केंद्र सरकार के जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर सूबे को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद बीते 15 दिन से राज्य में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। जिसके चलते 5 अगस्त से सूबे के सभी स्कूल बंद थे।
ज्यादातर सरकारी स्कूल ही सोमवार को खुले हैं। प्राइवेट स्कूल अभी भी बंद हैं। राज्य के हालात को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल संचालक भी फिक्रमंद हैं और अभिभावक भी। ऐसे में प्राइवेट स्कूल अभी भी बंद हैं। वहीं बारामुला के पांच कस्बों में सोमवार को एक भी स्कूल नहीं खुला। पट्टन, पल्हालन, सिंहपूरा, बारामुला और सोपोर में प्रतिबंधों में कोई ढील नहीं दी गई है। जिले में बाकी जगह प्राथमिक स्कूल खुले। अधिकारियों का कहना है कि अभी प्राइमरी स्कूल खुले हैं। जिंदगी पटरी पर लौटेगी तो सभी स्कूल खोल दिए जाएंगे।
कश्मीर में मोबाइल सेवा को बहाल करने का फैसला इस हफ्ते के आखिर में होने की उम्मीद है। अधिकारी लैंडलाइन फोन के बाद कश्मीर में मोबाइल सर्विस को बहाल करने का फैसला करेंगे। हालांकि मोबाइल इंटरनेट के शुरू होने में अभी वक्त लग सकता है।
इस बीच सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने NSA अजीत डोवाल और दूसरे अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर के मसले पर बैठक की है। अजित डोभाल कई दिन कश्मीर में गुजार कर आए हैं। ऐसे में उन्होंने वहां की जानकारी शाह को दी है।
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