जैश ने बदला अपना नाम, 30 आत्मघाती हमलावरों के साथ पुलवामा जैसी साजिश को अंजाम देने को रेडी!
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने वाले पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अब भारत के खिलाफ नई साजिश को अंजाम देने की तैयारी कर ली है। इंटेलीजेंस सूत्रों की ओर से बताया गया है कि जैश ने अब अपना नाम बदलकर मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा जम्मू वा कश्मीर कर लिया है। संगठन ने अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते यह कदम उठाया है। भारत की काउंटर-टेरर एजेंसियों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
कैंट पर हमले के लिए तैयार टीम
एजेंसियों ने बताया है कि जैश ने सिर्फ नाम बदला है और उसकी लीडरशिप और टेररिस्ट कैडर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसे पहले खुदाम-उल-इस्लाम और अल रहमत ट्रस्ट के तौर पर जाना जाता था। मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा जम्मू वा कश्मीर, जैश के यही दोनों संगठन है। संगठन के एक नेता मौलाना आबिद मुख्तार ने पहले भी भारत, अमेरिका और इजरायल के खिलाफ जेहाद की अपील कर दी है। पाकिस्तान पर नजर रखने वाली एजेंसियों की तरफ से बताया गया है कि जैश ने भारत पर हमला करने के मकसद से 30 आत्मघाती हमलावरों को तैयार कर लिया है। इन हमलावरों को खासतौर पर मिलिट्री एरिया और सुरक्षाबलों के काफिले पर हमले के लिए तैयार किया गया है।
फिर से सक्रिय जैश का ट्रेनिंग सेंटर
मसूद
के
छोटे
भाई
अब्दुल
रऊफ
ने
इसी
महीने
बालाकोट
में
जैश
के
ट्रेनिंग
सेंटर
को
फिर
से
सक्रिय
किया
है।
इसके
अलावा
बहावलपुर
और
सियालकोट
में
आतंकियों
की
भर्तियां
की
जा
रही
है।
कहा
जा
रहा
है
कि
इस
नए
नाम
के
साथ
संगठन
को
अब
मसूद
अजहर
का
छोटा
भाई
मुफ्ती
अब्दुल
रउफ
अशगर
लीड
कर
रहा
है।
अजहर
को
इस
वर्ष
मई
में
ही
यूनाइटेड
नेशंस
सिक्योरिटी
काउंसिल
(यूएनएससी)
की
तरफ
से
ग्लोबल
टेररिस्ट
घोषित
किया
गया
है।
कहा
तो
यहां
तक
जा
रहा
है
कि
अजहर
इस
समय
काफी
बीमार
है
और
मरकज
उस्मान
अली
में
रह
रहा
है।
जैश,
भारत
ही
नहीं
अमेरिका,
इंग्लैंड,
ऑस्ट्रेलिया
और
कनाडा
में
भी
अपनी
आतंकी
गतिविधियों
को
अंजाम
दे
चुका
है।
यूनाइटेड
नेशंस
की
ओर
से
पहले
ही
इस
संगठन
को
ब्लैकलिस्ट
कर
चुका
है,
लेकिन
तमाम
लगामों
के
बाद
भी
पाकिस्तान
अधिकृत
कश्मीर
में
ये
आतंकी
संगठन
सालों
से
गतिविधियों
को
चलाता
आ
रहा
है।
मसूद
अजहर
अपनी
भारत
विरोधी
गतिविधियों
के
चलते
जाना
जाता
है।