इजरायल ने नागरिकों को किया आगाह, भारत में उन पर हो सकता है आतंकी हमला
इजरायल ने भारत आने वाले अपने पर्यटकों से नए वर्ष में आतंकी हमलों के मद्देनजर किया अलर्ट। इजरायल की एंटी-टेररिज्म डायरेक्टोरेट की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में पर्यटकों को बताया गया खतरा।
नई दिल्ली। इजरायल ने भारत आने वाले अपने पर्यटकों को आतंकी हमलों के मद्देजनर आगाह किया है। इजरायल ने पर्यटकों से कहा है कि भारत आने वाले पर्यटकों को 'पश्चिम देशों के नागरिकों पर हमते के तहत खतरा है।' इजरायल की एंटी-टेररिज्म डायरेक्टोरेट की ओर से नए साल का जश्न मनाने वाले पर्यटकों को दक्षिण पश्चिम भारत में खासतौर पर खतरा बताया गया है।
भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचे
इजरायल ने पर्यटकों से अपील की है कि वे पार्टियों, बाजार, त्योहारों और भीड़भाड़ वाले शॉपिंग एरियाज में जाने से बचें। इजरायली नागरिकों को भारत में मौजूद अपने परिवार और दोस्तों को फोन करके उन्हें खतरे के लिए आगाह करने की सलाह दी गई है। डायरेक्टोरेट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बीच और क्लब में होने वाली न्यू ईयर की पार्टियों पर खासा जोर दिया गया है क्योंकि यहां पर पर्यटकों की संख्या काफी होती है। इजरायल की ओर से जारी यह अलर्ट इंटेलीजेंस ब्यूरों (आईबी) की ओर से जारी एक अलर्ट जैसा ही है। आईबी की ओर से कहा गया था कि न्यू ईयर के जश्न के दौरान विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाया जा सकता है। आईबी का अलर्ट उस इंटरसेप्ट पर आधारित था जो उसे कई आईएसआईएस ऑपरेटिव्स से पूछताछ के बाद हासिल हुई थी। इस पूछताछ में सामने आया था कि आतंकवादी विदेशी नागरिकों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं।
आईबी ने भी किया अलर्ट
आईबी ने अपने अलर्ट में कहा था कि गोवा जैसी जगह आतंकियों के निशाने पर हैं। इजरायल की ओर से जारी अलर्ट में ताज महल और दिल्ली के लाल किले को भी शामिल किया गया है। इजरायल के अलर्ट में केरल को बहुत पॉपुलर टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर बताया गया है। आईएसआईएस ऑपरेटिव्स की पूछताछ के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी इस बात की आशंका जताई कि आतंकी विदेशी नागरिकों को निशाना बनाया जा सकता है। कोलकाता से आईएसआईएस के ऑपरेटिव मूसा ने कहा था कि दो टारगेट्स उसकी रडार पर हैं। उसने कहा था कि कोलकाता के मदर हाउस और श्रीनगर की डल झील को निशाना बनाने की योजना बनाई गई थी। उसके बांग्लादेश हैंडलर के साथ हुई बातचीत के बाद मूसा ने बताया था कि इन जगहों पर रशियन, अमेरिकी और ब्रिटिश नागरिकों को निशाना बनाया जाना था।