अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भेजा गया इनविटेशन सिर्फ गणतंत्र दिवस के लिए नहीं!
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत की ओर से भेजे गए इनवाइट पर सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यह आमंत्रण किसी तारीख विशेष से जुड़ा नहीं है। पिछले दिनों खबरें आई हैं कि भारत की ओर से ट्रंप को साल 2019 में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने के मकसद से व्हाइट हाउस को इनवाइट भेजा गया है। सरकार के उच्च सूत्रों की ओर से कहा गया है कि ट्रंप के ऑफिस को भेजा गया निमंत्रण किसी तारीख या किसी समय विशेष के लिए नहीं है। साथ ही यह भी जानकारी दी गई है कि भारत और अमेरिका दोनों ही देश इस इनवाइट पर लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
ट्रंप के दौरे पर जारी है विचार-विमर्श
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि राष्ट्रपति ट्रंप के संभावित भारत दौरे को लेकर तारीख और समय पर विचार जारी है। भारत, ट्रंप की मौजूदगी गणतंत्र दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि नहीं चाहता था बल्कि वह दूसरे विकल्पों पर भी विचार कर रहा है। आधिकारिक सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 'दौरे की तारीख, समय और अवसर पर अभी विचार जारी है।' गणतंत्र दिवस की परेड के मौके पर ट्रंप को बतौर मुख्य अतिथि बुलाने के विकल्प पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई कई मीटिंग्स विचार किया गया था।
व्हाइट हाउस को लेना है फैसला
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी सारा सैंडर्स ने भी पिछले हफ्ते इस बात की पुष्टि की थी कि राष्ट्रपति ट्रंप के ऑफिस को भारत दौरे के लिए इनवाइट मिला है लेकिन अभी तक इस पर कोई भी फैसला नहीं लिया जा सका है। सैंडर्स ने मीडिया को जानकारी दी और बताया, 'मुझे आमंत्रण के बारे में जानकारी है लेकिन मुझे नहीं लगता है कि अभी तक इस पर कोई फैसला लिया गया है।' जून 2017 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे तो उसी समय उन्होंने ट्रंप को भारत दौरे का न्यौता दिया था।
अगर ट्रंप ने स्वीकारा इनवाइट तो
अगर डोनाल्ड ट्रंप भारत आते हैं तो फिर यह मोदी सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। अगले वर्ष लोकसभा चुनाव होने हैं और मोदी सरकार की नजरें दूसरे कार्यकाल पर हैं। ट्रंप का भारत आना उसके लिए बड़ा शॉट साबित हो सकता है। अगर ट्रंप, भारत की ओर से उन्हें दिए गए इनवाइट को स्वीकार करते हैं तो फिर वह दूसरे अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे तो गणतंत्र दिवस में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इससे पहले साल 2015 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आए थे और इतिहास में पहले ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति बने थे जिन्होंने भारत के गणतंत्र दिवस परेड में शिरकत की थी।