चीन और पाकिस्तान की करीबियों का तोड़, मिजोरम के जंगलों में वियतनामी सैनिकों की ट्रेनिंग
मिजोरम के जंगलों में वियतनाम की सेना को इंडियन आर्मी दे रही है ट्रेनिंग। चीन और पाकिस्तान के बीच बढ़ते मिलिट्री रिलेशंस का जवाब है विएतनामी सैनिकों को मिल रही ट्रेनिंग।
नई दिल्ली। भारत की ओर एक ऐसा फैसला लिया गया है जो चीन को परेशान कर सकता है। लेकिन भारत का यह फैसला चीन और पाकिस्तान के बीच बढ़ रही करीबियों और मजबूज होते सैन्य संबंधों का जवाब है। भारत ने चीन-पाकिस्तान के मिलिट्री रिलेशंस का तोड़ निकालने के लिए अब वियतनाम के सैनिकों को ट्रेनिंग देनी शुरू की है।
कैसी है सैनिकों की ट्रेनिंग
नॉर्थ ईस्ट के राज्य मिजोरम के घने जंगलों में इंडियन आर्मी और विएतनामी सैनिकों की ट्रेनिंग चल रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विएतनामी सैनिकों को इन दिनों जंगल वॉरफेयर की ट्रेनिंग मिल रही है। मिजोरम के वैरिंगटे शहर में जारी इस ट्रेनिंग में इंसास राइफल्स के साथ वियतनाम सैनिक आतंकवादियों की तलाश कर रहे हैं। सैनिक धीरे-धीरे अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं और दुश्मनों को इस तरह से घेरते हैं कि वे भाग न सकें। इन सैनिकों को इंडियन आर्मी के काउंटर इनसर्जेंस एंड जंगल वॉरफेयर स्कूल में ट्रेनिंग दी जा रही है। वियतनामी सैनिक, इंडियन आर्मी के सैनिकों के जैसे ही दिख रहे हैं और कुछ सैनिकों ने जहां इंडियन आर्मी जैसी यूनिफॉर्म पहनी है तो कुछ जंगल जैसे नजर आने वाले कपड़ों में हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो वियतनाम ने इस एक्सरसाइज के लिए अपने ऑफिसर्स को भेजा है। इस ट्रेनिंग के दौरान ऑफिसर्स जो कुछ भी सीखेंगे उसे बाद में वियतनाम जाकर अपने बाकी सैनिकों खासकर पैदल सैनिकों को भी सिखाएंगे।
साउथ चाइना सी और वियतनाम
आपको बता दें कि वियतनाम की आर्मी ने वर्ष 1979 में चीन के साथ सीमा विवाद में युद्ध लड़ा था। इस युद्ध में हजारों वियतनामी सैनिकों की मौत हो गई थी। उस समय से ही हनोई और बीजिंग के रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं। हालांकि, आर्थिक संबंधों में काफी सुधार हुआ है। लेकिन चीन की परेशानी साउथ चाइना सी में कदम बढ़ाता विएतनाम है। इस वजह से ही चीन अब भारत और वियतनाम की करीबियों से भी चिंतित है। पिछले कुछ दिनों में भारत और वियतनाम के बीच भी कई डिफेंस डील हुई हैं जो दोनों देशों के रिश्तों के लिए काफी अहम मानी जा रही हैं।