ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण, भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा
नई दिल्ली, 11 जनवरी: भारत ने मंगलवार को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। भारतीय नौसेना के सूत्रों ने बताया है कि पश्चिमी तट पर भारतीय नौसेना के आईएनएस विशाखापत्तनम से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया गया, जो पूरी तरह से कामयाब रहा। मिसाइल ने अपने लक्ष्य को पूरी सफलता के साथ भेदा।
मिसाइल के सी टू सी (समुद्र से समुद्र में मार करने वाले) वेरिएंट का अधिकतम रेंज पर परीक्षण किया गया, इने पूरी सटीकता के साथ उस जहाज को मारा, जिसे इसे निशाना बनाना था। इस तरह से परीक्षण सफल रहा। इस मिसाइल के सफल परीक्षण से भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा होगा।
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ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसित किया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल काफी तेजी से वार करती हैं। इसे पनडुब्बी, पानी के जहाज या विमान से छोड़ा जा सकता है।
क्या है ब्रह्मोस मिसाइल की खासियत
ब्रह्मोस मिसाइल को भारत ने रूस की प्रौद्योगिकी की मदद से तैयार किया है। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की गिनती 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में की जाती है। ब्रह्मोस में रैमजेट इंजन लगा है, जो इसकी गति को बढ़ाती है और सटीकता और ज्यादा घातक बनाती है। ब्रह्मोस मिसाइल 4,300 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार से उड़ सकती है।
एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का भी सफलतापूर्वक परीक्षण
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है कि आज डीआरडीओ ने एक मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। स्वदेशी रूप से विकसित एंटी टैंक मिसाइल को थर्मल साइट के साथ एकीकृत मैन-पोर्टेबल लांचर से लॉन्च किया गया।
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