सुरक्षा परिषद में भारत के साथ मिलकर काम करेगा अमेरिका, चीन की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
सुरक्षा परिषद में भारत के साथ मिलकर काम करेगा अमेरिका, चीन की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
नई दिल्ली: भारत और अमेरिका (India-US) अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में एक साथ मिलकर काम करेगा। इसके एजेंडे और संबंधित मुद्दों पर 28 और 29 अक्टूबर को भारत और अमेरिका के बीच चर्चा हुई। इसकी जानकारी भारतीय राजदूत ने दी। अमेरिका और भारत दोनों देशों ने 2021-22 के दौरान UNSC के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भारत के आगामी कार्यकाल के दौरान मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास ने कहा, "दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे और हाल के घटनाक्रमों पर मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। वे भारत के आगामी कार्यकाल में UNSC के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में एक साथ मिलकर काम करने पर सहमत हुए है।''
इसके अलावा भारत और अमेरिका ने लोकतंत्र, बहुलवाद और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के अपने साझा मूल्यों को देखते हुए मिलकर काम करने पर भी सहमति व्यक्त की है।
भारतीय दूतावास ने कहा, "अतिरिक्त सचिव (अंतर्राष्ट्रीय संगठन और शिखर सम्मेलन) विनय कुमार ने वाशिंगटन डीसी में 28-29 अक्टूबर 2020 को अमेरिकी राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से संबंधित मुद्दों पर परामर्श के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। था।''
Both sides held a wide-ranging discussion on issues on UN Security Council agenda & recent developments. They agreed to work closely together during India's upcoming term as a non-permanent member of UNSC during 2021-22: Indian Embassy in Washington DC, US https://t.co/EffZRdV7bf
— ANI (@ANI) October 30, 2020
भारत और अमेरिका के एक साथ काम करने से चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अमेरिका और चीन दोनों ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के स्थायी सदस्य हैं जबकि भारत अस्थायी सदस्य है। लेकिन पिछले रिकॉर्ड को देखा जाए तो UNSC में जब-जब भारत ने वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ अपने सुझाव और प्रस्ताव पेश किए हैं तो चीन ने हर बार उसमें कोई न कोई रोड़ा अटकाता आया है।
बता दें कि भारत और चीन में मई से पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद चल रहा है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका के साथ भी चीन के रिश्ते ठीक नहीं हैं। हाल ही में 2+2 वार्ता में भी भारत के विदेश मंक्षी एस जयशंकर और अमेरिका विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन पर चर्चा की है।