आईआईटी बॉम्बे के छात्र ने चुनी रेलवे में ट्रैकमैन की नौकरी, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप
नई दिल्ली। इन दिनों एक चौंकाने वाली खबर चर्चा में आई है। दरअसल आईआईटी बॉम्बे से पढ़े एक युवक ने रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी ज्वाइन की है। सरकारी नौकरी की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि श्रवण कुमार नाम के इस युवक ने बड़ी बड़ी कंपनियों की नौकरी छोड़कर रेलवे में ट्रैकमैन के काम को चुना। श्रवण ने साल 2010 में आईआईटी बॉम्बे के मेट्रोलॉजी एंड मैटेरियल साइंस ब्रांच में इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री कोर्स में एडमिशन लिया था। साल 2015 में उन्हें बीटेक और एमटेक की डिग्री दी गई। श्रवण ने पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने रेलवे ग्रुप डी परीक्षा की तैयारी कर उसे क्रैक किया।
'सरकारी नौकरी में जॉब की सेक्योरिटी होती है'
30 जुलाई को श्रवण कुमार की पोस्टिंग धनबाद रेल मंडल में हुई। लेकिन आईआईटी जैसे बड़े संस्थान से पढ़ने के बाद ट्रैकमैन की नौकरी चुनने को लेकर पूछे गए सवाल पर श्रवण कहते हैं कि सरकारी नौकरी में जॉब की सेक्योरिटी होती है। मेरे कई दोस्त प्राइवेट सेक्टर में हैं लेकिन वे सरकारी नौकरी ही करना चाहते थे।
'एक दिन रेलवे का बड़ा अधिकारी बनूंगा'
हालांकि श्रवण कुमार ट्रैकमैन बनकर नहीं रहना चाहते। वे कहते हैं कि मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं एक दिन रेलवे का बड़ा अधिकारी बनूंगा। फिलहाल वे रेल की ओर से मिले काम को कर रहे हैं। बता दें कि श्रवण के बड़े भाई रंजीत कुमार पटना में पीडब्लूडी में नौकरी करते हैं।
'सरकारी नौकरी बचपन का सपना'
श्रवण ने कहा कि सरकारी नौकरी करना उनका बचपन का सपना था और उन्हें यकीन हैं कि वे आगे जाकर आधिकारी लेविल की परीक्षा पास कर रेलवे में ही बड़े अधिकारी बनेंगे। बता दें कि देशभर में रोजगार की कमी के चलते पहले भी इस तरह की खबरें आती रही हैं जहां काफी पढ़े लिखे लोगों को चपरासी की नौकरी के लिए आवेदन देते देखा गया है।
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