किसान आंदोलन: प्रदर्शनकारियों ने कोरोना टेस्ट करवाने से किया इनकार, दर्जनों के संक्रमित होने की आशंका
नई दिल्ली। दिल्ली में दो अलग-अलग जगहों पर कृषि कानून के खिलाफ लाखों किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आंदोलन में कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन ना किए जाने पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने चिंता जाहिर की है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि, हजारों प्रदर्शनकारी बीमार हैं, लेकिन उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाने से इनकार कर दिया है।
लगभग 300 किसान कोरोना संक्रमित हैं
इंडिया टुडे की रिपोट्स के मुताबिक, कोरोना संक्रमित किसानों की सटीक संख्या के बारे में पता नहीं हैं, लेकिन अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक लगभग 300 किसान कोरोना संक्रमित हैं। जिनमें कोरोना के लक्षण हैं। सोनीपत के डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि, हमने सिंघू बॉर्डर पर दो कोविड 19 काउंटर लगाए हैं। हम लगातार प्रदर्शनकारियों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। हमारी 10 डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम यहां तैनात की गई है। उनका दावा है कि, हर रोज यहां 70-90 लोग ऐसे आ रहे हैं जिन्हें, बुखार, शरीर में दर्द और उच्च रक्तचाप है।
बुजुर्ग लोगों का कहना है कि कोविड -19 कुछ भी नहीं है
हालांकि पूनिया ने कोरोना संक्रमित केसों की संख्या बताने से इनकार कर दिया है। हालांकि उन्होंने प्रदर्शनकारियों के बीच एसिम्टोमैटिक और सिम्टोमैटिक लोगों की संभावना को भी खारिज नहीं किया है। हम नियमित रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। मरीज कोविड -19 परीक्षणों के लिए तैयार नहीं हैं। हमने 50,000 मास्क वितरित किए लेकिन वे न तो सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क पहने रहे हैं। बुजुर्ग लोगों का कहना है कि कोविड -19 कुछ भी नहीं है।
20 लोग गंभीर रूप से बीमार लोग अस्पताल में शिफ्ट किए गए
अधिकारियों का कहना है कि, 20 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं, जिन्हें अस्पताल रेफर किया गया था। बहादुरगढ़ में पांच और सिंघू बॉर्डर पर एक शख्स की मौत हो चुकी है। लेकिन उनकी मौत की वजह का पता नहीं चल सका है। यहां पर बहुत से लोग खुद से ही कई तरह की दवाईयां खा रहे हैं। सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर कुछ स्वयंसेवकों द्वारा दर्जनों काउंटर स्थापित किए गए हैं, जहां दवाओं को बिना पर्चे के वितरित किया जा रहा है। यहां 60 और 80 के बीच आयु वर्ग के प्रदर्शनकारियों की एक बड़ी संख्या है। उच्च रक्त शर्करा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और अस्थमा सहित कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हैं। वहीं दूसरी ओर लगातार बढ़ रह ठंड़ भी किसानों के लिए एक परेशानी का सबब बन रही है।
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