#KarnatakaElections2018 : PM मोदी की तारीफ का मतलब गठबंधन नहीं, कर्नाटक में BJP से हाथ नहीं मिलाएंगे: देवगौड़ा
बेंगलुरु। कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की राजनीति में हर दिन नए रंग देखने को मिल रहे हैं। मंगलवार को कर्नाटक में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी देवगौड़ा की तारीफ में पुल बांधे थे। अब बुधवार को देवगौड़ा ने भी पीएम मोदी की तारीफ की। हालांकि उन्होंने इस बात को साफ कर दिया कि, पीएम मोदी द्वारा की गई तारीफ का मतलब बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं है।
चुनाव से पहले बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं
जनता दल (सेक्युलर) सुप्रीमो देवगौड़ा ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ उनकी पार्टी के गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। पत्रकारों से बात करते हुए देवगौड़ा ने कहा कि, एक कन्नडी प्रधानमंत्री बन गया। मोदी ने इसे आधार बनाया ताकि वे बता सकें कि सिद्धारमैया ने किस तरह से देश में कर्नाटक की छवि को धूमिल किया है और कांग्रेस कर्नाटक के लोगों को कैसा सम्मान देती है। इसका मतलब गठबंधन नहीं है।
देवगौड़ा का वंशवाद पर सिद्धारमैया पर पलटवार
बता दें, मोदी ने उडुपी में कहा था कि प्रधानमंत्री के तौर पर देवगौड़ा जी हमेशा ही सम्मान के हकदार हैं और मैंने उनका सम्मान किया। पूर्व प्रधानमंत्री से पूछा गया कि कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया आप पर वंशवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं, तो उन्होंने कहा- उनके खुद के बेटे चुनाव में उतरे हैं, इस पर सिद्धारमैया का क्या कहना है?
पीएम मोदी का राहुल पर पलटवार
आपको बता दें कि, कर्नाटक में चुनावी अभियान के दौरान मंगलवार को मोदी ने कहा था कि, '15 से 20 दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रैली में जो कहा, वो मैंने सुना। जिस तरह से उन्होंने देवगौड़ा जी के बारे में बातें कहीं, क्या आपके यही संस्कार हैं? यह तो अहंकार है। कांग्रेस वरिष्ठों के साथ ऐसे ही बर्ताव करती है? आपका जीवन तो अभी शुरू ही हुआ है। देवगौड़ा देश के सबसे सम्मानित और कद्दावर नेताओं में शामिल हैं। कांग्रेस उनका अपमान कर रही है। उनके लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है।'
जेडीएस भाजपा की 'बी' टीम है
कुछ दिन पहले एक रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि , 'जेडीएस भाजपा की 'बी' टीम है। इस पार्टी का पूरा नाम 'जनता दल संघ परिवार' है। यह चुनाव दो राष्ट्रीय पार्टियों की विचारधाराओं के आधार पर लड़ा जा रहा है, लेकिन जेडीएस के अपने कोई सिद्धांत नहीं हैं।'
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