सीएम खट्टर बोले- दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं ने 'किसान' शब्द को किया कलंकित, हिंसा होने पर करेंगे कार्रवाई
नई दिल्ली, 30 जून: तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को 7 महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। किसानों का साफ कहना है कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं होते, वे दिल्ली की सीमाओं से नहीं हटेंगे। इस बीच बुधवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं और किसानों में झड़प हुई। जिसमें कई लोग घायल हुए हैं। अब मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी इस आंदोलन पर सवाल उठाए हैं। साथ ही अलोकतांत्रिक घटनाओं की निंदा की।
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सीएम खट्टर ने कहा कि 'किसान' शब्द शुद्ध है और हर कोई उन्हें बहुत सम्मान देता है। कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण ये शब्द कलंकित हो गया है। आंदोलन के दौरान बहनों-बेटियों की इज्जत छीनी जाती है, हत्याएं हो रही हैं, सड़कें जाम की जा रही हैं। ऐसे में वो इन अलोकतांत्रिक घटनाओं की निंदा करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब किसानों ने अपनी हदें पार कर दीं तो सरकार को उनसे ये लिखित में देने को कहा कि विरोध अहिंसक होगा। अगर हिंसा होती है, तो एफआईआर दर्ज की जाएगी और उन्हें कोर्ट का नोटिस भेजा जाएगा।
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वहीं हाल ही में जारी जन सहायक ऐप पर उन्होंने कहा कि इस ऐप में नौकरियों के बहुत से अवसर हैं। इसके अलावा इसमें निविदाओं के बारे में भी जानकारी है। वहीं यूजर्स के लिए अनुकूल होने की वजह से इसे लोग आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। ये ऐप लोगों को कोविड 19 हेल्पलाइन नंबर (1075) सहित कई आपातकालीन सेवाओं तक पहुंचने की अनुमति देता है।