गुजरात चुनाव 2022: मुस्लिम वोटरों को ओवैसी से ज्यादा BJP पसंद, AAP भी ज्यादा आगे नहीं- सर्वे
Gujarat election 2022: गुजरात में मुसलमान वोटरों के बीच एक चुनाव पूर्व सर्वेक्षण हुआ है, जिसके नतीजे चौंकाने वाले हैं। मुसलमान वोट बैंक की राजनीति करने वाले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की दाल फिलहाल ज्यादा गलती नहीं दिखाई पड़ रही है। लोकप्रियता में भारतीय जनता पार्टी उनसे कहीं आगे है, जिसपर आरोप लगते हैं कि वह मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट भी नहीं देती। यही नहीं, अबतक प्रदेश में मुस्लिम वोटों पर एकाधिकार मानकर चलने वाली कांग्रेस की लोकप्रियता में भी सेंध लगती दिख रही है। पार्टी का मुस्लिम जनाधार घटा हुआ नजर आ रहा है।
मुसलमानों के बीच ओवैसी से ज्यादा बीजेपी लोकप्रिय
गुजरात विधानसभा चुनावों में इसबार मुस्लिम वोटों की दावेदार कम से कम तीन पार्टियां हैं। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम। भाजपा ने भी प्रदेश के मुसलमानों के एक वर्ग में अपनी पैठ बनाई है। ओवैसी पिछले कुछ वर्षों से हर प्रदेश में अपनी आक्रामक मुस्लिम राजनीति के नाम पर मुसलमान वोटरों का समर्थन जुटाने का कोशिश कर रहे हैं। खासकर मुस्लिम युवाओं का एक तबका उनसे काफी ज्यादा प्रभावित भी नजर आता है। ओवैसी की नीति का उन्हें बिहार और महाराष्ट्र में फायदा भी मिल चुका है। लेकिन, गुजरात में लगता है कि हैदराबाद के सांसद को अभी अपने जूते और घिसने पड़ेंगे। क्योंकि, चुनाव पूर्व एक सर्वे की मानें तो यहां मुसलमान वोटरों के बीच ओवैसी से कहीं ज्यादा लोकप्रिय भारतीय जनता पार्टी है।
ओवैसी का स्लॉटर हाउस वाला मुद्दा फेल ?
गुजरात में मुस्लिम मतदाताओं के बीच अपनी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए हैदराबाद के सांसद ने राज्य में स्लॉटर हाउस वाला दांव भी चला है। उन्होंने कहा है कि हम आएंगे तो स्लॉटर हाउस लाएंगे। जब एबीपी न्यूज-सी वोटर की ओर से हुए चुनाव पूर्व सर्वे के दौरान गुजरात के मतदाताओं से पूछा गया कि असदुद्दीन ओवैसी के स्लॉटर हाउस वाले दांव का क्या आने वाले चुनावों पर असर पड़ेगा ? तो जवाब सुनकर बैरिस्टर ओवैसी को झटका लग सकता है। 24% लोगों ने हां और 76% ने नहीं में जवाब दिया है।
मुस्लिम वोटरों की पसंद: बीजेपी 19% और एएपी 9%- सर्वे
अब सवाल कि गुजरात में मुस्लिम मतदाताओं की पसंद कौन सी पार्टी है? हैरानी की बात है कि जिस एआईएमआईएम की राजनीति ही भाजपा-आरएसएस विरोध है, उसे गुजरात के मुसलमान ओवैसी से ज्यादा पसंद करते हैं। सी वोटर का सवाल था- गुजरात में मुस्लिम मतदाताओं की पसंद कौन हैं ? इस सवाल के जवाब में जहां 19% जवाब भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आया तो ओवैसी को पसंद करने वाले सिर्फ 9% थे। आम आदमी पार्टी भी अभी तक गुजरात के सिर्फ 25% मुस्लिम मतदाताओं के दिलों में ही जगह बना सकी है। जबकि, कांग्रेस अभी तक प्रदेश में मुसलमानों की नंबर वन पार्टी है। कांग्रेस के पक्ष में 47% मत आया है। हालांकि, ओवैसी और केजरीवाल की एंट्री ने मुसलमानों के बीच कांग्रेस की लोकप्रियता में सेंध जरूर लगा दी है।
ओवैसी कितने बड़े फैक्टर ?
सी वोटर के सर्वे में गुजरात के मतदाताओं से ओवैसी को लेकर एक और सवाल किया गया। सवाल यह था कि वे असदुद्दीन ओवैसी को गुजरात में कितना बड़ा फैक्टर मानते हैं ? तो 44% लोगों का मानना था कि ओवैसी बहुत बड़े फैक्टर साबित होंगे। जबकि, 31% वोटर हैदराबाद के सांसद को गुजरात चुनाव में कोई फैक्टर मानने को तैयार नहीं हुए। जबकि, 25% लोगों के मुताबिक वह कम बड़े फैक्टर साबित होंगे।
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गुजरात में करीब 11% मुसलमान
करीब 6.5 करोड़ आबादी वाले गुजरात में मुस्लिम आबादी करीब 11% है। गुजरात में विधानसभा की 182 सीटें हैं, जिनमें से 25 सीटों पर मुसलमान वोटर काफी प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। जबकि, 117 सीटों पर मुसलमान मतदाताओं की संख्या 10% से अधिक है। एआईएमआईएम ने करीब 30 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की बात कही है। गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को मतदान होंगे और वोटों की गिनती हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को होगी।