कैसे पकड़ा जाएगा डॉन? सरकार ही नहीं जानती दाऊद पर कितने का है इनाम
मुबंई। भारत का सबसे बड़ा गुनाहगार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम अब तक ह मारे हाथ से बाहर हैं। उसे पकड़ने के लिए तमाम कोशिशें हो रही हैं, लेकिन दाऊद किसी के हाथों नहीं लग रहा। सरकार ने दाऊद के सिर पर इनाम भी रखा, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के पास दाऊद से जुड़ी कई जानकारियों का अभाव हैं। गृह मंत्रालय को नहीं मालूम कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर सरकार ने कितने का इनाम रखा है। पूरे परिवार के साथ के दाउद पहुंचा था नवाज शरीफ की नातिन की शादी में
सरकार ये भी नहीं जानती कि देश का एक आम आदमी आतंकियों को पकड़वाने में किस तरह मदद कर सकता है। सरकार ये तक बताने में असहाय है कि बीते 15 साल में मोस्ट वांटेड 10 आतंकियों की सूचना के लिए कितने का इनाम दिया गया है। जी हां हमारी सरकार ये तमाम सूचनाओं के बारे में नहीं जानती।
दरअसल शॉर्ट फिल्में बनाने वाले प्रोड्यूसर उल्हास पी रेवंकर ने गृह मंत्रालय में एक आरटीआई दायर कर अंडरवर्ल्ड दाऊद इब्राहिम के साथ-साथ आंतकियों से जुड़ी तमाम जानकारी मांगी, लेकिन सरकार की ओर से उन्हें जवाब मिला तो वो भौचक्के रह गए। उन्होंने आरटीआई दायर कर मोस्ट वाटेंड और भगोड़े आतंकियों से जुड़ी जानकारी मांगी। उन्होंने जानना चाहा कि भगोड़े आतंकियों पर किसी भी मंत्रालय ने कितना अधिकतम इनाम रखा है? इसके साथ-साथ उन्होंने मोस्ट वांटेड 10 आतंकियों की लिस्ट मांगी जिनपर सरकार ने इनाम रखा हो। वो अपने आरटीआई अधिकार का इस्तेमाल कर जानना चाहते थे कि क्या इनाम की रकम टैक्स फ्री होती है? साथ ही आतंकियों की सूचना देने वाले आम आदमी को किस तरह से सुरक्षा दी जाती है? लेकिन इन सवालों के जवाब मंत्रालय ने चंद शब्द में भेज दिया। मंत्रालय ने कहा कि ऐसी कोई सूचना उपलब्ध नहीं है।
रेवंकर ने 6 सितंबर 2015 को आरटीआई दायर कर ये जानकारी मांगी और 15 जनवरी को उन्हें मंत्रालय की ओर से जवाब मिला कि सरकार के पास ऐसी कोई सूचना उपलब्ध नहीं है। जब इस बारे में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव एमए गणपति से पूछा गया तो वो सफाई पेश करते नजर आए। ऐसे में बड़ा सवाल ये कि अगर सरकार कैसे दाऊद जैसे आतंकियों को देश लेकर आएगी।