कोलकाता के पू्र्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार CBI के सामने नहीं हुए पेश, दी ये दलील
कोलकाता: कोलकाता के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार सीबीआई के समन के बावजूद पेश नहीं हुए। उन्होंने शारदा चिंट फंड केस में पेश होने के लिए सीबीआई के अधिकारियों से तीन दिन की और मोहलत मांगी है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से और छूट देने की याचिका दो बार खारिज कर दी थी। इसके बाद सीबीआई ने राजीव कुमार को पूछताछ के लिए आज सुबह बुलाया गया था।
राजीव कुमार CBI के सामने नहीं हुए पेश
कोलकाता के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी राजीव कुमार फिलहाल 6 दिनों की छुट्टी पर हैं। राजीव कुमार के करीबी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि 1989 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी उत्तर प्रदेश के निजी दौरे पर हैं। इसी वजह से उन्होंने सीबीआई से जांच में शामिल होने के लिए और समय मांगा है। करोड़ों रुपये के शारदा चिट फंड घोटाले में गिरफ्तारी से बचने के लिए राजीव कुमार कोलकाता में बारासात कोर्ट जाने की तैयारी में हैं।
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सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पूर्व फरवरी में उन्होंने ममता बनर्जी के साथ मंच शेयर किया था। ममता केंद्र से टकराव के बाद धरने पर बैठी थी। राजीव केंद्रीय जाच एंजेसी के लुक आउट नोटिस के कारण देश नहीं छोड़ सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को करोड़ों के शारदा चिट फंड घोटाले में राजीव कुमीर की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने सात दिन तक गिरफ्तारी से राहत की बात की थी।
क्या था शारदा चिट फंड घोटाला
शारदा घोटाला एक वित्तीय घोटाला है, जिसमें लाखों निवेशकों की जमा राशि को उच्च रिटर्न के साथ लौटाने का वादा कंपनी द्वारा किया थी। आधिकारिक अनुमान के मुताबिक पोंजी स्कीम के द्वारा अंजाम दिया गया ये घोटाला 1200 करोड़ रुपये का हैष। लेकिन कुछ आंकड़ों में ये 4000 करोड़ का बताया गया है। ये कंपनी 2013 में धरासायी हो गई और लाखों निवेशकों का पैसा डूब गया। राजीव कुमार पर आरोप है कि उन्होंने चिटफंड घोटाले की जांच कमेटी के प्रमुख रहते हुए इससे जुड़े सबूत नष्ट किए। राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का खास अधिकारी माना जाता है।
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