आतंकवादी नहीं इस बार गणतंत्र दिवस परेड पर पक्षियों की बुरी नजर
इस बार इंडियन एयरफोर्स के जेट्स को आतंकवादियों से नहीं लेकिन पक्षियों की वजह से है बड़ा खतरा। दिल्ली में लगे कूड़े के ढेर ने बढ़ाई हैं सबसे ज्यादा मुश्किलें।
नई दिल्ली। आमतौर पर गणतंत्र दिवस से पहले आतंकवादियों के मद्देनजर अलर्ट जारी किया जाता है। लेकिन इस बार खतरे की अलर्ट की वजह आतंकवादी नहीं बल्कि आतंकवादी हैं। इंटेलीजेंस ब्यूरों (आईबी) की ओर से जनरल अलर्ट जारी कर दिया गया है लेकिन ईस्ट दिल्ली में लगे कूड़े के ढेर ने खतरे को दोगुना कर दिया है।
हो सकता है गंभीर नुकसान
इंडियन एयरफोर्स (आइएएफ) की ओर से फाइटर जेट्स गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ के ऊपर से फ्लाईपास्ट करते हुए गुजरते हैं और दर्शकों का दिल जीतते हैं। इस बार आइएएफ के फ्लाईपास्ट पर पक्षियों की वजह से बड़ा खतरा मंडरा रहा है। ईस्ट दिल्ली में जो कूड़े के ढेर लगे हुए हैं उनकी वजह से आइएएफ को बड़ा खतरा हो सकता है। हर वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर यह मुद्दा सामने आता है। प्रशासन को हर बार यह सुनिश्चित करना पड़ता है कि पक्षियों की ओर से कोई भी खतरा या व्यवधान न पैदा हो। इस बार कूड़े के ढेर की वजह से कठिनाईयां काफी बढ़ गई हैं। अगर कोई पक्षी किसी एयरक्राफ्ट से टकरा जाए तो काफी गंभीर नुकसान हो सकता है।
फ्लाई पास्ट पर खतरा
अधिकारियों की ओर से इस मुद्दे पर चिंता जाहिर की जा चुकी है। उनका कहना है कि बड़ी संख्या में पक्षी कूड़े के ढेर की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इस वजह से फ्लाईपास्ट काफी खतरनाक बन गया है। अधिकारियों की मानें तो एक पक्षी का टकराना कोई ज्यादा गंभीर बात नहीं है लेकिन अगर कई पक्षी एक साथ टकरा जाएं तो बड़ा नुकसान हो सकता है। आठ जनवरी से ईस्ट दिल्ली के म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के सफाई कर्मी हड़ताल पर हैं और उन्होंने अपनी हड़ताल को खत्म करने से मना कर दिया है।
तीन माह से अटकी सैलरी के लिए हड़ताल
उनकी मांग है कि उन्हें जब तक उनकी तनख्वाह नहीं दी जाएगी तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। इन कर्मियों की सैलरी पिछले तीन माह से अटकी पड़ी है। इसका नतीजा है कि सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और हालात बद से बदतर हो गए हैं। जनवरी 2015 में सफाई कर्मी पहली बार हड़ताल पर गए थे। इसके बाद अक्टूबर 2015 में उन्होंने फिर से हड़ताल की थी। हालांकि तब दिल्ली हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने अपनी हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया था।