भारतीय सेना में पहली बार नेपाली महिलाओं को मौका, मिलिट्री पुलिस के लिए खोली भर्ती
काठमांडू, जून 15: भारतीय सेना ने पहली बार मिलिट्री पुलिस में नेपाली महिलाओं के लिए भर्तियां निकाली हैं। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब भारतीय सेना में नेपाली युवाओं की भर्ती को रद्द करने की मांग उठ रही है। सेना का कहना है कि वह युवाओं के लिए दायरा बढ़ाने के लिए पुरुष और महिला दोनों तरह के नेपाली युवाओं की भर्ती जारी रखना चाहती हैं। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने पात्र नेपाली महिलाओं को ऑनलाइन माध्यम से अपना आवेदन जमा करने का ऐलान किया है।
वहीं इस घोषणा के साथ एक निश्चित मानदंड निर्धारित किए गए हैं, लेकिन उन बच्चों को भी कुछ छूट दी हैं, जिनके माता-पिता भारतीय सेना में सेवा के दौरान शहीद हुए हैं। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी घोषणा के मुताबिक इसके लिए महिलाओं को 20 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। वहीं भर्ती प्रक्रिया के लिए 10वीं क्लास पास, 16 से 21 साल उम्र और 152 सेंटीमीटर से अधिक लंबाई की महिलाएं ही आवेदन दाखिल कर सकतीं हैं।
भारतीय सेना के नोटिफिकेशन के अनुसार वीर नारी के रूप में वर्गीकृत 30 साल तक आवेदन करने के पात्र हैं। मानदंड को पूरा करने वालों को आगे की चयन प्रक्रिया के लिए अंबल, लखनऊ, जबलपुर, पुणे, बेलगाम और शिलांग में जाना होगा। वहीं जिनके पिता ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे। उन्हें लिखित परीक्षा में 20 अंक में छूट मिलेगी।
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नेपाल और भारत के बीच संधि के मुताबिक भारतीय सेना में एक अलग गोरखा रेजिमेंट है और लाखों से अधिक नेपाली नागरिक भारतीय सेना में विभिन्न पदों पर सेवा कर चुके हैं और सेवानिवृत्त हो चुके हैं। बता दें कि 1816 में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के दौरान नेपाली युवाओं की भर्ती शुरू हुई थी। 3200 से अधिक नेपाली नागरिक वर्तमान में सात गोरखा राइफल रेजिमेंट (पहली, तीसरी, चौथी, 5वीं, 8वीं, 9वीं और 11वीं) में विभिन्न क्षमताओं में भारतीय सेना में सेवारत हैं, जिनमें से प्रत्येक में पांच से छह बटालियन (प्रत्येक में लगभग 800 सैनिक) हैं।