राहुल गांधी बोले- मैं साफ सुथरा इंसान, मोदी सरकार मुझे गोली मरवा सकती है लेकिन छू नहीं सकती
नई दिल्ली। राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार उनको छू नहीं सकती है क्योंकि वो एक साफ सथुरी छवि के इंसान हैं लेकिन उनको गोली से मरवा सकती है। राहुल ने मंगलवार को केंद्र सरकार के कृषि कानूनों पर एक बुकलेट जारी की। बुकलेट जारी करने के बाद प्रेस वार्ता में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के एक ट्वीट को लेकर हुए सवाल पर राहुल गांधी ने ये बात कही।

राहुल गांधी से सवाल किया गया कि जेपी नड्डा ने उनको किसानों को बरगलाने वाला कहा है। इस पर राहुल ने कहा, मुझे किसानों को अपने बारे में बताने या सफाई देने की जरूरत नहीं है। मैं भट्टा परसोल में भी किसानों के साथ था और भूमि अधिग्रहण कानून के समय भी। जेपी नड्डा और नरेंद्र मोदी बताएं कि वो कहां थे। एक बात और समझ लीजिए मेरा चरित्र साफ है। मैं नरेंद्र मोदी और इस सरकार से नहीं डरता। मैं साफ सुथरा आदमी हूं, ये मुझे छू नहीं सकते। गोली मार सकते हैं, ये अलग बात है।
राहु ने कहा, मैं अपने देश के लिए खड़ा रहूंगा। सब अलग हो जाएंगे तो भी मैं अकेला खड़ा रहूंगा। ये मैं अपना धर्म समझता हूं। जिसके लिए देश में आजादी की लड़ाई लड़ी गई, आज उस पर हमला हो रहा है। इसलिए मैं खड़ा हूं और लड़ रहा हूं। मुझे बताइए कि जेपी नड्डा हैं कौन? मैं जेपी नड्डा के सवालों का जवाब नहीं दूंगा, सिर्फ किसानों और देश के सवालों का जवाब दूंगा।
राहुल ने कहा, हर इंडस्ट्री में चार-पांच लोगों का एकाधिकार बढ़ रहा है, मतलब इस देश के चार-पांच नए मालिक हैं। आज तक खेती में एकाधिकार नहीं हुआ। नरेंद्र मोदी चार-पांच लोगों के हाथों में खेती का पूरा ढांचा दे रहे हैं।आज देश में त्रासदी ये है कि सरकार देश की समस्या पर बात नहीं कर रही है। किसानों से जुड़े ये बिल सिर्फ किसान ही नहीं युवाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह वर्तमान के बारे में नहीं बल्कि आपके भविष्य के बारे में है।
राहुल ने कहा कि ये तीन कानून एक प्रक्रिया है, ये सरकार यहां रूकने वाली नहीं है। इनका लक्ष्य हिन्दुस्तान के किसान को खत्म करना और पूरा कृषि का सिस्टम अपने तीन-चार मित्रों को देना है। राहुल ने कहा कि ये सरकार किसानों को सुनना नहीं चाहती है। सरकार सिर्फ किसानों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार किसानों से बात करने के लिए कह रही है लेकिन इसको लेकर ईमानदार नहीं है।