किसान आंदोलन को देश विरोधी ताकतों ने हाइजैक कर लिया है: निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता निर्मला सीतारमण ने कहा है कि किसान आंदोलन को देश विरोधी ताकतों ने हाइजैक कर लिया है। एक टीवी चैनल से बातचीत में शनिवार को सीतारमण ने कहा, आंदोलन में अब कृषि से जुड़े मुद्दे और किसानों की बातें नहीं हो रही हैं बल्कि कुछ और ही शुरू हो गया है। विरोध में अब आवाज नहीं उठाई जा रही है। राष्ट्रविरोधी तत्व किसानों के प्रदर्शन को हाईजैक करने में लगे हैं।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसान खुद को ऐसे एंटीनेशनल लोगों और राजनीतिक दलों से बचाकर रखें जो उनका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि एमएसपी को लेकर जो कहा जा रहा है, इसमें सच्चाई नहीं है। किसान एमएसपी को को लेकर चल रही अफवाहों पर ध्यान ना दे, एमएसपी जारी रहेगी। वित्तमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार और कृषिमंत्री किसानों की मांगो को लेकर गंभीर है और उनकी सभी बातों को सुना जाएगा।
निर्मला सीतारमण ऐसी पहली नेता नहीं हैं, जिन्होंने किसान आंदोलन में एंटीनेशनल, माओवादी या चीन पाकिस्तान के शामिल होने की बात कही हो। शनिवार को ही केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि किसानों के नेतृत्व से निकलकर यह आंदोलन लेफ्ट और माओवादी नेताओं के हाथ में चला गया है और वामपंथी नेता अपना एजेंडा इसकी आड़ में चला रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा है कि कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर जारी किसानों विरोध प्रदर्शनों के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। वहीं हरियाणा के कृषिमंत्री जेपी दलाल ने भी कहा है कि किसान आंदोलन के पीछे भारत को तोड़ने वाली ताकतें काम कर रही हैं। भाजपा के कई छोटे नेता भी इस तरह की बात कह चुके हैं कि ये लोग किसान नहीं कांग्रेस के लोग हैं और खास एजेंडे से आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने लगातार इस तरह की बातों को खारिज किया है।