Ex Mumbai Mayor और फैमिली पर प्राथमिकी, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप, BJP ने क्या कहा ?
मुंबई में पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर और उनके परिवार पर कथित धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप लगे हैं। मुंबई पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने किश कॉरपोरेट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर भी FIR दर्ज की है।
Ex Mumbai Mayor किशोरी पेडनेकर और उनकी फैमिली पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। कथित धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप के बीच BJP ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। मामला गोमाता जनता एसआरए वर्ली में कथित धोखाधड़ी का है। मुंबई पुलिस ने शनिवार को बताया कि मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर और उनकी फैमिली के अलावा किश कॉरपोरेट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।
10 साल पुराने मामले में कार्रवाई
गौरतलब है कि मुंबई की एक अदालत किशोरी पेडनेकर के खिलाफ समन भी जारी कर चुकी है। इस मामले में बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने भी आक्रामक तेवर दिखा रहे हैं। शुक्रवार को किरीट ने आरोप लगाया कि मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर और उनका परिवार जालसाजी के मामले में शामिल हैं। उन्होंने कहा, "एक विशेष कंपनी अदालत ने कल किशोरी पेडनेकर, उनके बेटे साईप्रसाद पेडनेकर, उनकी फर्म किश कॉरपोरेट और चार अन्य के खिलाफ 2012 में कंपनी को पंजीकृत करते समय जालसाजी और झूठे दस्तावेज जमा करने के मामले में समन जारी किया।"
6 फरवरी को कोर्ट के समक्ष आना होगा
किरीट का आरोप है कि किश कॉर्पोरेट कंपनी को "किशोरी पेडनेकर ने झूठे दस्तावेज जमा करके बनाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी को करोड़ों रुपये के कोविड केंद्र के ठेके मिले। अदालत ने आरोपी को 6 फरवरी को पेश होने का आदेश दिया है, लेकिन वह मांग करेंगे कि मामले को फास्ट-ट्रैक अदालत में चलाया जाए।
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100 करोड़ रुपये का घोटाला
बकौल किरीट सोमैया, महालक्ष्मी रेस कोर्ट कोविड केंद्र घोटाला 100 करोड़ रुपये का है। एक भी मरीज को भर्ती करने से पहले, केंद्र बंद कर दिया गया। सोमैया ने कहा कि शिवसेना (उद्धव ठाकरे) गुट के नेता किशोरी पेडनेकर के बेटे साईप्रसाद पेडनेकर और उनकी कंपनी के खिलाफ उनकी शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी ने नगर निगम से एक साल के लिए करोड़ों रुपए ले लिए। उन्होंने दावा किया कि किशोरी पेडनेकर के भाई संजय अंधारी को भी किश कंपनी की ओर से करोड़ों रुपये का ठेका मिला था।
क्या है पूरा मामला
एसआरए फ्लैट घोटाला यानी स्लम पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) घोटाले के मामले में पूर्व मेयर और शिवसेना (ठाकरे गुट) नेता किशोरी पेडनेकर इसलिए घिरती दिख रही हैं क्योंकि नौ लोगों ने 'पैसों के बदले फ्लैट नहीं' का आरोप लगाया है। मुंबई पुलिस के मुताबिक "कुल नौ लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एसआरए फ्लैट दिलाने के नाम पर पैसे लिए गए, लेकिन उन्हें नहीं लिया।"
बीजेपी का आरोप- पूर्व मेयर के नाम पर फ्लैट
करप्शन के आरोप लगने के बाद ANI की रिपोर्ट के मुताबिक विगत अक्टूबर, 2022 में मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, जांच के दौरान अगर उनके नाम पर घर या दुकान मिला तो वे ताला लॉक कर देंगी। अक्टूबर में पुलिस के बयान के मुताबिक प्राथमिकी में पेडनेकर का नाम नहीं लिया गया है। इस मामले में भाजपा नेता किरीट सोमैया ने किशोरी पर आरोप लगाया है कि एसआरए वर्ली में उन्होंने छह एसआरए फ्लैट रखे हैं।
आरोप लगने पर क्या बोलीं मेयर
बकौल पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर, "एसआरए के पहले ही कहने के बावजूद कि इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है, किरीट सोमैया लगातार झूठे आरोप लगा रहे हैं। पुलिस और संविधान में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए पूर्व मेयर ने एसआरए के सीईओ को सात दिनों के भीतर जांच कराने के लिए पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा, उन्हें यह पसंद नहीं है कि मामले में गिरफ्तार चार लोगों के साथ उनका नाम भी लिया जाए। उन्होंने कहा, यदि जरूरत होगी तो वह पुलिस को अपना बैंक स्टेटमेंट दिखा सकती हैं।