आने वाले 200 सालों में सबसे विशाल स्तनधारी प्राणी होगी गाय, शोध का दावा
दुनिया के स्तनधारी प्राणियों पर हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि आने वाले वक्त में गाय दुनिया की सबसे विशाल स्तनधारी जीन बन सकती हैं। शोध में मालूम चला है कि पृथ्वी से विशाल जानवर और स्तनधारी प्राणियों की विलुप्ति इसका सबसे बड़ा कारण बनेंगे।
नई दिल्ली। दुनिया के स्तनधारी प्राणियों पर हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि आने वाले वक्त में गाय दुनिया की सबसे विशाल स्तनधारी जीन बन सकती हैं। शोध में मालूम चला है कि पृथ्वी से विशाल जानवर और स्तनधारी प्राणियों की विलुप्ति इसका सबसे बड़ा कारण बनेंगे। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मेक्सिको के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने पाया कि स्तनधारी प्राणियों की विलुप्ति 1,25,000 साल पुराने ट्रेंड का हिस्सा है।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मेक्सिको द्वारा किए गए शोध में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। शोध में मालूम चला है कि अगर पृथ्वी से स्तनधारी प्राणियों की विलुप्ति ऐसे ही चलती रही तो वो वक्त दूर नहीं जब गाय इस धरती पर सबसे बड़े स्तनधारी जीव बन जाएगी। साइंस जर्नल में छपे इस शोध में बताया गया है कि शरीर के आकार में गिरावट, समय के साथ प्रत्येक महाद्वीप पर सबसे बड़ी प्रजातियों को नुकसान, अतीत और वर्तमान दोनों में मानव गतिविधि का एक प्रतीक है।
शोधकर्ताओं ने सभी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इसी तरह से चलता रहा तो घरेलू गाय आने वाले 200 सालों में सबसे बड़ी स्तनधारी जीव बन जाएगी। इसका मतलब होगा पृथ्वी से हाथियों, जिराफों और हिप्पो की विलुप्ति। हाल ही में मार्च में दुनिया के आखिरी मेल नॉर्थन सफेद रिनो की मृत्यु हुई है। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मेक्सिको की फेलिसा स्मिथ ने कहा कि सबसे चौंकाने वाली बात ये जानने को मिली कि अफ्रीका में 1,25,000 साल पहले स्तनधारियों की सामान्य संख्या बाकी महाद्वीपों से 50 प्रतिशत पहले से ही कम थी। 'इससे हमें लगता है कि लेट-प्लीस्टोसीन में मनुष्य और होमीनिन्स ने पहले ही स्तनधारियों की विविधता और शरीर के आकार को प्रभावित कर दिया था।'
शोधकर्ताओं का कहना है कि ये बात इसलिए चौंकाने वाली है क्योंकि अफ्रीका सभी महाद्वीपों से आकार में बड़ा है और वहां बड़ी संख्या में स्तनधारी जीव रहते थे। वहां के बाद जैसे-जैसे मनुष्य ने दुनिया में बाकी जगह सैर की, वहां-वहां से बड़े स्तनधारी जीवों का सफाया होता गया। मनुष्य मीट के लिए बड़े जानवरों के पहले निशाना बनाते हैं, इसलिए चूहें जैसे जानवरों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। वहीं वूली राइनोसर्स, मैमोथ, इलामस, ऊंट, जमीन पर रहने वाले स्लॉथ गायब हो गए हैं। अगर सभी स्तनधारी प्राणी ऐसे ही विलुप्त होते रहे, तो आने वाले 200 सालों में गाय ही सबसे विशाल स्तनधारी प्राणी पृथ्वी पर बचेगी।
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