कैंसर मरीजों की जान दांव पर लगा डॉक्टर दंपत्ति कर रहा था काली कमाई, गिरफ्तार
कटक। विजिलेंस की टीम ने छापा मारकर कटक के सरकारी अस्पताल से डॉक्टर दंपत्ति को गिरफ्तार किया है। कैंसर का इलाज करने वाले इस डॉक्टर दंपत्ति की कारगुजारी जान टीम भी हैरान है।
उड़ीसा के कटक में कैंसर हॉस्पिटल आचार्य हरिहर रीजनल कैंसर सेंटर पर विजिलेंस की टीम ने छापा मारकर एक डॉक्टर दंपत्ति को गिरफ्तार किया है। ये दोनों जान-बूझकर कैंसर के मरीजों को एक ऐसी कंपनी की दवाएं लिखते थे, जिससे उन्हें मोटा कमीशन मिलता था, लेकिन मरीजों को इनसे नुकसान पहुंचने का खतरा रहता था। जांच में इन दवाओं की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई।
डॉक्टर सुरेंद्रनाथ सेनापति और उसकी पत्नी दीप्तिरानी समंथा को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया जिसके बाद उन्हें चौदर जेल भेज दिया गया। एंटी-करप्शन टीम ने डॉक्टर दंपत्ति के साथ एक दवा कंपनी के मालिक सुधांसु दास को भी गिरफ्तार किया है। विजिलेंस की टीम ने इन तीनों की कारगुजारियों की जानकारी दी है।
विजिलेंस टीम के अधिकारियों के अनुसार, सुधांसु जेएसबीएल नाम की दवा कंपनी चलाता है। इसी कंपनी की बनी दवाएं ये डॉक्टर दंपत्ति लिखता था। इस खेल इन तीनों ने तगड़ी कमाई की है।
दवा पर पता पंजाब का, बन रही थी कटक में
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विकिरण ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉक्टर सुरेंद्रनाथ सेनापति और उसकी पत्नी दीप्तिरानी समंथा कैंसर मरीजों को राज्य सरकार की ओर से सस्ते दामों पर मुहैया कराई जा रही दवाओं को नहीं लिखते थे, दोनों ही मरीजों को सुधांसु की कंपनी की महंगी दवा लिखते थे।
विजिलेंस टीम के अधिकारी के अनुसार, जेएसबीएल नाम की कंपनी की दवाएं कटक में ही बन रही थीं जबकि इन पर दूसरे शहरों के गलत पतों के लेबल लगाए जाते थे। ये फर्जी पते पंजाब और हिमाचल प्रदेश के हैं। इन दवाओं के दाम महंगे जबकि गुणवत्ता खराब पाई गई।
9 अगस्त को विजिलेंस की टीम ने रेड डालकर डॉक्टर और उसकी बीवी को घर से जबकि दवा कंपनी चलाने वाले सुधांसु दास को उसकी दुकान से गिरफ्तार कर लिया। टीम ने 3 करोड़ की संपत्ति और कुछ कागजात सील किए हैं। टीम के कुछ अधिकारी पंजाब और हिमाचल प्रदेश में दवाईयों के रैपर पर लिखे जा रहे पतों की सत्यता की जांच के लिए भी भेजे जा रहे हैं।