मनोज तिवारी से दुश्मनी की वजह से विजय गोयल के हाथ से निकला अहम मंत्रालय?
दिल्ली बीजेपी कार्यकर्ताओं के मुताबिक विजय गोयल दिल्ली बीजेपी की कमान मनोज तिवारी को दिए जाने से नाखुश थे।
नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट में फेरबदल के बाद दिल्ली बीजेपी के दो गुटों के बीच टकराव बढ़ गया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक विजय गोयल और मनोज तिवारी ग्रुप के बीच विवाद गहराता जा रहा है। खबर है कि विजय गोयल को खेल मंत्रालय से हटाकर संसदीय मामलों व सांख्यिकी के राज्य मंत्री बनाए जाने के पीछे दिल्ली बीजेपी चीफ मनोज तिवारी का हाथ है। मनोज तिवारी इसे अपनी जीत के तौर पर देख रहे हैं।
'पीएम मोदी को मुझ पर भरोसा है'
हालांकि विजय गोयल ने साफ किया है कि उन्हें अब भी मंत्रिमंडल में रखा गया है, इसका मतलब यह है कि प्रधानमंत्री को उनपर विश्वास है। उन्होंने कहा, 'मुझे राज्यसभा के कार्यों को संभालने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ सरकार की पहल के क्रियान्वयन पर नजर रखने की भी जम्मेदारी मिली है।' जिसको लेकर वो खुश है।
मनोज तिवारी बनाम विजय गोयल
दिल्ली बीजेपी कार्यकर्ताओं के मुताबिक विजय गोयल दिल्ली बीजेपी की कमान मनोज तिवारी को दिए जाने से नाखुश थे। दोनों नेताओं के बीच की नाराजगी कई बार सामने भी आई थी। एमसीडी चुनाव में बीजेपी को जीत मिलने के बाद 16 मई को पार्षदों का सम्मान करने के लिए विजय गोयल की तरफ से एक कार्यक्रम रखा गया था। दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पार्षदों को उस कार्यक्रम में ना जाने के लिए कहा था। लेकिन कुछ पार्षद फिर भी वहां गए थे। पार्टी ने उन पार्षदों को लिखित नोटिस भेजकर इसपर जवाब मांगा गया था। उस समय भी मनोज तिवारी और विजय गोयल को जानी दुश्मन बताया गया था।
मनोज तिवारी से नाखुश गोयल
दिल्ली बीजेपी में कलह की खबर कोई नई नहीं है। जब से केंद्रीय नेतृत्व ने मनोज तिवारी को दिल्ली बीजेपी की कमान सौंपी है। तभी से दोनों नेताओं के बीच शीत युद्ध चल रहा है। बवाना उपचुनाव में भी बीजेपी की हार की वजह दोनों नेताओं में टकराव को ही माना जा रहा था। पार्टी की दिल्ली इकाई में गोयल के हस्तक्षेप से मनोज तिवारी परेशान थे और उन्होंने इस बारे में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से भी बात की है।
मनोज तिवारी ने दिलाई जीत
आपको बता दें कि मनोज तिवारी 2014 से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुए थे जिसके बाद वो बीजेपी की टिकट पर सांसद बने। जिसके बाद से बीजेपी में उनका कद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व ने उनको दिल्ली बीजेपी का कमान सौंपा है। उनके नेतृत्व में बीजेपी को एमसीडी चुनावों में जीत मिली है।