Delhi Violence: हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत के बाद पत्नी ने पुलिस विभाग से पूछे तीखे सवाल
नई दिल्ली। सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में जिस तरह से हिंसा भड़की उसमे अभी तक 32 लोगों की जान चली गई है, जबकि तकरीबन 200 लोग घायल हैं। इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की भी जान चली गई थी। रतन लाल की ड्यूटि के समय जिस तरह से मौत हो गई उसके बाद उनके परिवार में सन्नााट पसर गया है, हर कोई रतनलाल की मौत से गमगीन है। अपने पति की मौत की खबर मिलने के बाद रतन लाल की पत्नी पूनम बेहोश हो गई थीं। लेकिन जब वह होश में आई तो उन्होंने दिल्ली पुलिस से नाराजगी जताई है।
दिल्ली पुलिस पर खड़ा किया सवाल
पूनम दिल्ली पुलिस से काफी नाराज हैं। उ्न्होंने दिल्ली पुलिस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिर क्यों हिंसक प्रदर्शनकारियों के सामने उनके पति को सिर्फ डंडे के साथ छोड़ दिया गया। क्या पुलिस विभाग को यह नहीं पता था कि हिंसा में प्रदर्शनकारी फायरिंग कर रहे थे। पुलिस को फायरिंग के लिए रायफल और गोली मिलनी चाहिए थी। आखिर क्यों दिल्ली पुलिस ने पुलिसकर्मियों को इस तरह से निहत्था छोड़ दिया। यही नहीं पूनम का कहना है कि क्या दिल्ली पुलिस में जवानों को मरने के लिए भर्ती किया गया है। क्या ये लोग किसी के बेटे नहीं है, इनके पिता नहीं हैं।
बच्चों ने मांगा इंसाफ
पूनम ने जिस तरह के गंभीर सवाल खड़े किए हैं, उसके बाद दिल्ली पुलिस कटघरे में है। बता दें कि रतन लाल के तीन बच्चे हैं। बच्चों ने भी पुलिस कमिश्नर से सवाल किया है कि आखिर हमारे पापा का क्या कसूर था। रतन लाल की बेटी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उसने कहा कि मेरे पिता की मौत के दोषियो को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए।
एक करोड़ रुपए के मुआवजे का ऐलान
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रतन लाल के परिवार की हर संभव मदद करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हम रतनलाल के परिवार की हर संभव मदद करेंगे। साथ ही उन्होंने मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने का भी ऐलान किया है। अरविंद केजरीवाल ने रतन लाल के परिवार के एक सदस्यों को नौकरी देने की भी बात ही है।
28 लोगों की जान गई
बता दें कि दिल्ली हिंसा में अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि घायलों की संख्या 200 तक पहुंच गई है, हालांकि बुधवार को कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, दिल्ली पुलिस ने भी दावा किया कि हालात काबू में हैं। बुधवार को एक बार फिर हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने वाले NSA अजीत डोभाल ने भी कहा कि सब शांत है तो वहीं, दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक को नेताओं के भड़काऊ वीडियो देखने हैं, जिसके बाद पुलिस को गुरुवार दोपहर 2.15 बजे हाई कोर्ट में जवाब देना है।
इसे भी पढ़ें- जस्टिस मुरलीधर के तबादले पर बोलीं DCW चीफ, सिस्टम में ईमानदारी की कोई जगह नहीं