दिल्ली की हवा हुई जहरीली, AAP मंत्री ने जारी की NASA की तस्वीर
नई दिल्ली। सर्दी का मौसम शुरु होने से पहले ही दिल्ली की एयर क्वालिटी एक बार फिर से खतरे के स्तर को पार गई है। वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान और शोध प्रणाली की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 309 दर्ज किया गया है। वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने बुधवार को नासा के उपग्रह से प्राप्त उत्तर भारत की हालिया तस्वीरें जारी की, जिसमें पराली जलाने का खतरनाक स्तर पर बताया गया है। केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सरकारों से वायु प्रदूषण रोकने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है।
नासा के उपग्रह से प्राप्त उत्तर भारत की हालिया तस्वीरें जारी की
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुमानों के मुताबिक दिल्ली में पीएम 10 का स्तर 330 और पीएम 2.5 का स्तर 150 तक पहुंच सकता है। सीपीसीबी के एक अधिकारी ने वायु की गुणवत्ता प्रभावित होने के पीछे वाहनों का प्रदूषण, निर्माण गतिविधियां और मौसम संबंधी कारणों को जिम्मेदार ठहराया है। पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने बुधवार को कहा राजधानी की हवा का स्तर 'बेहद खराब' होता जा रहा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने बुधवार नासा के उपग्रह से प्राप्त उत्तर भारत की हालिया तस्वीरें जारी की। इसमें जलती हुई पराली दिख रही थी।
उत्तर भारत में स्वास्थ्य को गंभीर खतरा
मंत्री ने एक बयान में कहा, बहुत खराब स्थिति है, इसलिए खेतों में फसलों के अवशेष यानी पराली जलाने पर रोक लगाई जानी चाहिए। रोक लगाने में विफल रहने पर पूरे उत्तर भारत में स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है। पिछले सप्ताह हुसैन ने दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग के इर्द-गिर्द पराली जलाने की तस्वीरें जारी की थीं। वहीं कोर्ट के आदेशों के बाद भी किसान परली जला रहे हैं। लुधियाना के रौल गांव में किसान अभी भी जला रहे हैं पराली। किसानों का कहना है कि सरकार ने कहा कि मशीनें दे दी गई हैं लेकिन पराली इकट्ठा करने के लिए कोई मशीन नहीं है इसलिए किसानों के पास कोई चारा नहीं है।
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अगले दो दिनों में प्रदूषण और बढ़ेगा
बुधवार रात दस बजे लोधी रोड का वायु गुणवत्ता सूचकांक पीएम 10 का स्तर 272 और पीएम 2.5 का स्तर 224 पर पहुंच गया। अनुमान के अनुसार अगले दो दिनों में प्रदूषण और बढ़ेगा। अचानक प्रदूषण बढ़ने की वजह दिल्ली का गिरता तापमान, हवा में नमी का बढ़ना और हवा की स्पीड लगभग जीरो होना है। इस वजह से पराली का प्रदूषण दिल्ली पहुंच रहा है और हवा की स्पीड कम होने की वजह से वे दिल्ली के ऊपर जमा हो रहे हैं।
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