देश के 'दिल' पर प्रदूषण का वार, आज भी दिल्ली बेहाल, AQI पहुंचा 300 के पार
नई दिल्ली। देश के 'दिल' यानी दिल्ली में प्रदूषण कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है, सोमवार सुबह भी यहां धुंध की सफेद चादर छाई हुई और हवा की क्वालिटी काफी खराब दर्ज की गई है, आज आईटीओ इलाके में AQI 302 है जबकि सोनिया विहार में AQI 362, बवाना में AQI 345, पटपड़गंज में AQI 326 और जहांगीरपुरी में AQI 373 दर्ज किया गया है जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार ये 'गंभीर' श्रेणी में हैं, आज भी यहां लोगों को सांस लेने में घुटन महसूस हो रही है।
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आज भी यहां स्मोग छाया हुआ है, सुबह की सैर करने निकले लोगों को भी सांस लेने में थोड़ी तकलीफ महसूस हुई है, दिल्ली की सिरदर्द इसलिए भी बहुत ज्यादा है क्योंकि कुछ ही दिनों में दिवाली आने वाली है , जिसमें लोग जमकर आतिशबाजी करते हैं। यहां की हवा अभी से इतनी जहरीली है तो दिवाली के बाद हालात और भी अधिक बिगड़ सकते हैं, हालांकि लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए अब दिल्ली ने ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी है।
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने एक एप लॉन्च किया है। जिसका नाम है 'ग्रीन दिल्ली' एप, जिसके आने के बाद अब लोग को अगर अपने आसपास कहीं भी प्रदूषण देखें तो इसकी शिकायत कर सकते हैं। हालांकि सरकार लगातार इसकी रोकथाम में लगी हुई है, दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को लागू किया हुआ है, तो वहीं दिल्ली सरकार तीन नवंबर से एंटी क्रेकर अभियान शुरू करेगी। गौरतलब है कि हर बार दिल्ली दिवाली के बाद और काफी प्रदूषित हो जाती है इसलिए इस बार सरकार ने सख्ती से ये कदम उठाया है।
लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद दिल्ली में प्रदूषण का रौद्र रूप जारी है और अगर दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण इसी तरह से बढ़ता रहा तो ये कोरोना वायरस से जंग लड़ रही राजधानी के अच्छी खबर नहीं होगी, इस मामले में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया कह चुके हैं कि त्योहारी मौसम में बढ़ता प्रदूषण, कम होता तापमान, बढ़ती भीड़ आदि से हर कोई जोखिम में है। वहीं जो लोग 'लॉन्ग कोविड' का सामना कर चुके हैं, उन्हें ऐसे में फ्लू की वैक्सीन ले लेनी चाहिए।
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