दिल्ली:चांदनी चौक में प्राचीन हनुमान मंदिर टूटने पर BJP-AAP में तकरार, जानिए क्या है मामला
दिल्ली- दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में विकास के नाम पर प्राचीन हनुमान मंदिर (chandni chowk hanuman mandir) तोड़े जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को उस इलाके में भारी पुलिस तैनाती के बावजूद विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल (Bajrang Dal) ने तकरीबन 100 साल पुराने हनुमान मंदिर तोड़े जाने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। ये संगठन उसी जगह पर फिर से मंदिर निर्माण की मांग कर रहे हैं। लेकिन, दूसरी तरफ इस मामले को लेकर जोरदार सियासत भी शुरू हो चुकी है। केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और दिल्ली सरकार में सत्ता पर बैठी आम आदमी पार्टी(AAP) के बीच में प्राचीन मंदिर तोड़े जाने की घटना को लेकर जबर्दस्त आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है और दोनों ओर से एक-दूसरे पर मंदिर तोड़े जाने का आरोप लगाया जा रहा है।
वीएचपी और बजरंग दल का प्रदर्शन
मंगलवार को चांदनी चौक में 100 साल पुराने प्राचीन हनुमान मंदिर तोड़े जाने की घटना को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है। प्रदर्शनकारियों ने हाथ में भगवा ध्वज लेकर गौरी शंकर मंदिर से उस स्थान तक नारेबाजी करते हुए मार्च निकाला, जहां रविवार तड़के तक हनुमान जी का मंदिर हुआ करता था। वहां पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सख्ती से रोक दिया। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता महेंद्र रावत के मुताबिक उनके दिल्ली इकाई के अध्यक्ष कपिल खन्ना, उपाध्यक्ष सुरेंद्र गुप्ता, सचिव रविजी और बजरंग दल के प्रदेश संयोजक भरार बत्रा समेत 15 से 50 कार्यरकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर को हटाए जाने की कार्रवाई एमसीडी (MCD) ने अदालत के आदेश से किया था। लेकिन, अब यही बात भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच सियासत की वजह बन रही है।
उसी जगह दोबारा मंदिर बनाने की मांग
चांदनी चौक में जो मंदिर हटाया गया है वह टाउन हॉल (Town Hall) और गुरुद्वारा सीस गंज (Gurdwara Sis Ganj) के बीच में सड़क के बीच में मौजूद था। अब बीजेपी(BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP)मंदिर हटाने को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी ने उसी जगह पर मंदिर बनाए जाने की मांग शुरू कर दी है, जिस जगह पर वह मौजूद था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने मंदिर गिराने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि चांदनी चौक के पुनर्विकास के नाम पर केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने साजिश के तहत हनुमान मंदिर को ध्वस्त करके करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। उनका कहना है कि 'दिल्ली बीजेपी के नेता जल्द ही चांदनी चौक में मंदिर के पुनर्निमाण के लिए एलजी अनिल बैजल (LG Anil Baijal) से मिलेंगे और इस मामले में उनकी दखल की मांग करेंगे। '
AAP ने की भाजपा नेताओं पर कार्रवाई की मांग
उधर वीएचपी का एक प्रतिनिधिमंडल उसके कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार की अगुवाई में एलजी से मुलाकात भी कर चुका है और मंदिर को दोबारा बनाने की मांग कर आया है। लेकिन, आम आदमी पार्टी का दावा अलग है और वह इसके लिए बीजेपी शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC) को दोषी ठहरा रही है। पार्टी का कहना है कि भाजपा के नेता इस जघन्य अपराध के बाद जनता के गुस्से से बचने के लिए आम आदमी पार्टी(AAP) पर दोषारोपण कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी नेता दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) का दावा है कि, 'इस सच्चाई को छिपाने के लिए बीजेपी ने दिल्ली पुलिस की मदद से उस समय मंदिर गिरा दिया, जब सारे लोग सोए हुए थे। प्राचीन हनुमान मंदिर गिराने के लिए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पार्टी के तमाम बड़े नेता सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।' उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस जघन्य अपराध के लिए इन नेताओं के खिलाफ शख्त कार्रवाई की मांग करती है।
मंदिर के बहाने MCD चुनाव की तैयारी ?
दरअसल, अगले साल दिल्ली नगर निगम का चुनाव (Municipal Corporation of Delhi elections)होना है। दिल्ली के तीनों नगर निगमों में अभी तक भाजपा का दबदबा है और पिछले चुनाव में सत्ता में रहते हुए भी आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा था। ऐसे में माना जा रहा है कि हनुमान मंदिर हटाए जाने का यह मामला दिल्ली की सियासत में अभी खूब बवाल मचाएगा और दोनों पार्टियां एक-दूसरे को कसूरवार ठहराने का कोई भी मौका जाने नहीं देंगी।