4 बजे बंगाल के तट से टकराएगा Cyclone Amphan, सचिवालय से CM ममता करेंगी मॉनिटरिंग
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कहर के बीच भारत में आज एक नई मुसीबत आ पहुंची है। सुपर साइक्लोन अम्फान आज शाम चार बजे पश्चिम बंगाल के तट से टकराएगा। इस दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। साथ ही तेज बारिश का भी अनुमान है। तूफान के खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ और बंगाल प्रशासन ने कई इलाकों को खाली करवा दिया है। साथ ही मैसेज के जरिए लोगों को चेतावनी भेजी जा रही है।
वहीं दूसरी ओर तूफान के खतरे को देखते हुए सचिवालय से सीएम ममता बनर्जी खुद मॉनिटरिंग करेंगी। सरकार ने तूफान से प्रभावित होने वाले इलाकों से लाखों लोगों को निकाल लिया है। भारतीय नौसेना के गोताखोरों की एक टीम को विशेष उपकरणों के साथ दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम भी राहत और बचाव कार्य के लिए तैयार है।
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मौसब विभाग के मुताबिक उत्तर-पूर्व की ओर लैंडफॉल के बाद इसके कोलकाता के पूर्वी हिस्से के करीब से गुजरने की संभावना है, जिससे शहर के निचले इलाकों में व्यापक नुकसान और बाढ़ आ सकती है। इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं कोलकाता, हुगली, हावड़ा, दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में ज्यादा नुकसान का खतरा बरकरार है।
क्या
है
लैंडफॉल?
लैंडफॉल
एक
भूवैज्ञानिक
घटना
है,
धरातली
हलचलों
जैसे
पत्थर
खिसकना
या
गिरना,
पथरीली
मिटटी
का
बहाव,
इत्यादि
इसके
अंतर्गत
आते
हैं।
भूस्खलन
कई
प्रकार
के
हो
सकते
हैं
और
इसमें
चट्टान
के
छोटे-छोटे
पत्थरों
के
गिरने
से
लेकर
बहुत
अधिक
मात्रा
में
चट्टान
के
टुकड़े
और
मिटटी
का
बहाव
शामिल
हो
सकता
है।
इसका
विस्तार
कई
किलोमीटर
की
दूरी
तक
हो
सकता
है।
चक्रवात,
भारी
बारिश,
बाढ़
या
भूकंप
के
आने
से
भूस्खलन
होता
है।