कोविड वैक्सीन ने भारत में प्रति 10,000 लोगों पर लगभग 24 मौतों को रोका, दुनिया भर में 2 करोड़ की बचाई जान
कोविड-19 की वैक्सीन दिसंबर 2020 में पहले टीके के रुप में लगाया गाया जिसके बाद 3.5 मिलियन कोविड-19 मौते हुई। कई अध्ययन में महामारी के दौरान होने वाली मौतो का अनुमान लगाने की मांग की गई।
नई दिल्ली,24 जून: द लैंसेट में प्रकाशित अध्ययन में पता चला है कि वैक्सीन रोलआउट के पहले वर्ष में दुनिया भर में दो करोड़ मौतों को रोका गया है इसमें कहा गया है कि टीकों ने अपने कार्यान्वयन के बाद वर्ष में महामारी के दौरान संभावित वैश्विक मृत्यु दर को आधे से अधिक कम कर दिया। वहीं अगर भारत की बात करें तो यह संख्या प्रति 10,000 लोगो पर 24 है।इस अध्ययन में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 टीकों के प्रभाव को मापने के लिए पहले मॉडलिंग अध्ययन के रूप में दावा किया गया और यह अनुमान लगाया गया है कि संभावित 3.14 करोड़ मौतों में से 1.98 करोड़ को टीके लगने के बाद पहले वर्ष में रोका गया था। इस की समयावधि 8 दिसंबर, 2020 से 8 दिसंबर, 2021 तक लिया गया ।
यह अध्ययन 185 देशो पर अधारित है जिसमे उच्च और उच्च-मध्यम आय वाले देशों में टीको की पहुंच अधिक थी, जिसमे साफ साफ असमानताओं को उजागर किया है। इसमें कहा गया है कि अगर 2021 के अंत तक हर देश में 40 प्रतिशत आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य पूरा हो जाता तो 599,300 मौतों को टाला जा सकता था। WHO के लक्ष्य को अगर पा लिया होता अध्ययन के अनुमान के मुताबिक कम आय वाले देशों में कोविड -19 के कारण खोए गए अनुमानित जीवन में से लगभग 5 में से 1 को रोका जा सकता था। यह दावा किया जा रहा है कि कोविड-19 टीकाकरण के बाद हुई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष मौतो का अकलन करने वाला पहला अध्ययन है जिसमे हर देश में हुई मौतो की जानकारी है ।
इंपीरियल कॉलेज लंदन के अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ ओलिवर वाटसन ने कहा,"हमारे निष्कर्ष उल्लेखनीय वैश्विक प्रभाव की तारीख तक का सबसे पूर्ण मूल्यांकन प्रदान करते हैं जो टीकाकरण ने कोविद -19 महामारी पर किया है" यह भी कहा कि "टीके पेश किए जाने के बाद पहले वर्ष में लगभग 20 मिलियन मौतों को रोकने का अनुमान लगाया गया था, लगभग 7.5 मिलियन मौतों को कोविड -19 वैक्सीन एक्सेस पहल (कोवैक्स) द्वारा कवर किए गए देशों में रोका गया था।
टीकाकरण ने बचाई लाखों जिंदगियां
शोधकर्ताओ की टीम ने पाया कि आधिकारिक तौर पर दर्ज की गई कोविड-19 मौतो से 18.1 मिलियन मौते अध्ययन अवधि के दौरान हो गई होती अगर टीकाककरण लागु नहीं होता । टीकाकरण ने 14.4 मिलियन मौतो को रोका है जो की दुनिया के स्तर पर 79% की कमी प्रतिनिधित्व करता है। ये अध्ययन अंडर-रिपोर्टिंग के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, जो कम आय वाले देशों हुई है। इस अध्य़य़न के दौरन टीम ने पाया की अवधि के दौरान कुल अतिरिक्त मौतों के आधार पर एक और विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने पाया कि कोविड-19 टीकाकरण ने कुल 31.4 मिलियन संभावित मौतों में से अनुमानित 19.8 मिलियन मौतों को रोका जो टीकाकरण के बिना हुई होगी, जो की 63% की कमी है।
अध्ययन
कैसे
किया
गया
?
कोविड-19
की
वैक्सीन
दिसंबर
2020
में
पहले
टीके
के
रुप
में
लगाया
गाया
जिसके
बाद
3.5
मिलियन
कोविड-19
मौते
हुई।
कई
अध्ययन
में
महामारी
के
दौरान
होने
वाली
मौतो
का
अनुमान
लगाने
की
मांग
की
गई।
जिस
से
अलग
अलग
क्षेत्रो
में
ध्यान
केंद्रित
किया।
यह
अध्ययन
पहला
है
जिसमे
प्रत्यक्ष
और
अप्रत्यक्ष
रुप
से
मौतो
की
जानकारी
है,
कोविड-19
के
टीकाकरण
के
प्रभाव
का
अनुमान
लगाने
के
लिए
यह
अध्ययन
किया
गया।