अमेरिका की यात्रा के लिए भारतीय छात्रों को वैक्सीन अनिवार्य नहीं है: विदेश मंत्रालय
नई दिल्ली, 18 जून। कोरोना काल में सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि आबादी के लिहाज से कोरोना की वैक्सीन लोगों को मुहैया नहीं कराई जा रही है,जिसके चलते टीकाकरण की रफ्तार कम है। वहीं विदेश में पढ़ाई कर रहे छात्रों को इस बीच बड़ी रात मिली है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अमेरिका अमेरिका ने कहा है कि भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका की यात्रा करने के लिए कोरोना की वैक्सीन अनिवार्य नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय छात्रों को अमेरिका वापस भेजने के लिए सकारात्मक समाधान ढूंढना चाहिए ताकि वह अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर सके। अमेरिकी दूतावास ने हाल ही में भारतीय छात्रों के लिए वीजा देने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है।
बागची ने कहा कि अमेरिकी सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि अमेरिका की यात्रा के लिए छात्रों को कोरोना की वैक्सीन लगना अनिवार्य नहीं है। भारतीय छात्रों और अमेरिकी यूनिवर्सिटी के बीच बातचीत चल रही है। जिन छात्रों को कोरोना की वैक्सीन नहीं लगी है उन्हें एक हफ्ते तक खुद से क्वारेंटीन रहना होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम याद दिलाना चाहते है कि 26 जनवरी से अमेरिका की यात्रा शुरू हो चुकी है।
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दो साल की उम्र से लेकर किसी भी उम्र के यात्री कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ अमेरिका की फ्लाइट ले सकते हैं।यह नियम अमेरिकी नागरिक और विदेश नागरिक दोनों पर लागू होता है। अमेरिका पहुंचने पर पांच दिन के भीतर कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य है। दरअसल छात्रों के बीच असमंजश की स्थिति इसलिए है क्योंकि कई युनिवर्सिटी और अमेरिकी सरकार के बीच नियमों को लेकर स्थिति साफ नहीं है। गौर करने वाली बात है कि अमेरिका में पढ़ाई कर रहे कई भारतीय छात्र लंबे समय से भारत में ही रहकर ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं।