जानिए महज पांच मिनट में कोरोना की जांच करने वाली किट कब होगी उपलब्ध
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से भारत में अब तक 2902 लोग शिकार हो चुके हैं और 68 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश भर में 21 दिनों के लॉकडान के बावजूद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में संख्या बढ़ने पर टेस्टिंग हो या इलाज सबकुछ पर्याप्त नहीं होगा। लेकिन इस संकट के बीच एक राहत देने वाली बात ये हैं कि आने वाले कुछ ही दिनों में भारत के पास भी ऐसी किट उपलब्ध होगी जिसमें महज पांच मिनट में कोरोना की जांच हो सकेगी। जानिए इस किट की खासियत, कीमत और सब कुछ...
इतने दिनों का अभी लगेगा समय
सरकारी सूत्रों के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में कोरोना वायरस की टेस्टिंग में काफी तेजी आएगी जिसके चलते कोरोना पॉजिटिव का इलाज शीघ्र शुरु हो सकेगा। क्योंकि कोरोना वायरस को टेस्ट करने वाली रैपिड किट जल्द भारत में आने वाली है। अमेरिका की एबॉट कंपनी इस रैपिड किट का निर्माण करती हैं मोदी सरकार द्वारा इसका ऑडर पहले ही दिया जा चुका है और अप्रैल के तीसरे हफ्ते ते ये पहुंच जाएगी।
5 मिनट में हो सकेगा टेस्ट
इसीरिपोर्ट्स की मानें तो देश में यह 18 अप्रैल तक उपलब्ध हो जाएगी। एबॉट की इस टेस्टिंग किट से केवल पांच मिनट में कोरोना पॉजिटिव केस की जानकारी मिल जाएगी। वहीं, कोरोना निगेटिव बताने में इस किट को 13 मिनट लगेंगे।
खून की एक बूंद से हो जाएगा टेस्ट
एबॉट कंपनी की ये कोरोना टेस्टिंग किट बहुत छोटी और हल्की है। इससे इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया जा सकता है। एबॉट का लक्ष्य महीने भर के अंदर करीब 50 लाख टेस्टिंग किट बनाना है। यह उन जगहों के लिए सबसे कारगर साबित हो सकती है, जहां कोरोना वायरस के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। एबॉट की इस किट में जांच के लिए केवल खून की एक बूंद की जरूरत होगी।
जानें क्या बाजार में उपलब्ध होगी ये किट
बात दें ये कोरोना टेस्टिंग किट केवल सरकारी या सरकार की परमीशन के बाद किसी प्राइवेट लैब में बेची जा सकेगी। इस किट की तो बाजार में ब्रिकी होगीऔर न इसे सीधे ग्राहकों को दिया जाएगा। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य है कि सारे ही टेस्ट सरकार की निगरानी में हो और पॉजिटिव केसों का पता चल सके। मालूम हो कि प्रति टेस्ट की कीमत 500 रुपये से 1000 रुपये तक के बीच तय की जाएगी। दुनियाभर में जहां इसकी भारी मांग है वहां भारत में इसकी कितनी सप्लाई होती है यह देखना होगा। हालांकि, भारतीय बाजार को देखते हुए कंपनी सबसे पहले भारत में ही सप्लाई करेगी।
टेस्टिंग किट न होने से हो रही ये परेशानी
गौरतलतब है कि भारत में टेस्टिंग किट की कमी की वजह से यहां दूसरे बड़े देशों के मुकाबले बहुत कम लोगों की टेस्टिंग की जा सकी हैं। ऐसे में किट को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पांच लाख टेस्टिंग किट अमेरिका से मंगवाई गई थी। जिसके आने के बाद कोरोना टेस्ट करने में आसानी होगी।
किट आने से होगी सहूलियत
मालूम हो कि अमेरिका की एबॉट के पोर्टफोलियो में प्वांट-ऑफ-केयर टेस्ट किट COVID-19 डायग्नोस्टिक किट्स में से एक है। कंपनी ने हाल ही में COVID-19 के लिए अपने पोर्टेबल पॉइंट-ऑफ-केयर मॉलिक्यूलर टेस्ट के लिए USFDA की आपातकालीन स्वीकृति ली थी। अमेरिका में कोरोना पॉजिटिव की जांच में ये किट महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
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