शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को लेकर तकरार, BMC ने नहीं दी अनुमति तो उद्धव ठाकरे ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच शिवाजी पार्क में दशहरे की रैली को लेकर ठन गई है। यह मामला अब हाईकोर्ट पहुंच गया है। बीएमसी और शिंदे सरकार ने अब तक उद्धव ठाकरे को अनुमति नहीं दी है।
मुंबई, 21 सितंबर: उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच शिवाजी पार्क में दशहरे की रैली को लेकर ठन गई है। यह मामला अब हाईकोर्ट पहुंच गया है। बीएमसी और शिंदे सरकार ने अब तक उद्धव ठाकरे को अनुमति नहीं दी है। शिवाजी पार्क में इस बार दशहरा की रैली करने के लिए उद्धव ठाकरे के शिवसेना गुट अड़े हुए हैं। बीएमसी और शिंदे सरकार ने कोई अनुमति नहीं दी तो उद्धव ठाकरे हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं।
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वहीं इससे पहले उद्धव ठाकरे ने बीएमसी को चुनौती देते हुए कहा था कि वह इजाजत दे या ना दे, पार्टी अपनी वार्षिक दशहरा रैली इसबार भी मुंबई के शिवाजी पार्क में ही करेगी। दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे भी शिवाजी पार्क में दशहरे की रैली करने का दावा ठोक रहे हैं। गौरतलब है कि शिवसेना के उद्धव गुट और सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले गुट दोनों ने ही इसी मैदान में दशहरा रैली करने की अनुमति मांग रखी है।
एनसीपी ने किया उद्धव ठाकरे का समर्थन
बीएमसी ने कोई इजाजत नहीं दी तो उद्धव ठाकरे गुट की ओर से साफ कहा गया है कि वह उसकी मांग पर विचार करे या ना करे, उनकी रैली तो शिवाजी पार्क में ही होगी। इस बीच उद्धव की पार्टी की सहयोगी एनसीपी ने भी इसकी मांग का समर्थन कर दिया है। इस बीच उद्धव ठाकरे बंबई हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
शिंदे सरकार और बीएमसी ने नहीं दी अनुमति
बता दें कि इससे पहले शिवाजी पार्क में दशहरे की रैली को पार्टी सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे संबोधित करते थे। उनके निधन के बाद उद्धव ठाकरे संबोधित करते रहे हैं। उद्धव ठाकरे इस बार भी रैली करने का दावा ठोक रहे हैं। शिवसेना से एकनाथ शिंदे के अलग होने पर मामला बिगड़ गया है। शिंदे खुद शिवाजी पार्क में रैली करने का दावा कर रहे हैं। दोनों ने ही बीएमसी से अनुमति मांगी है। मामला बढ़ता देख उद्धव ठाकरे हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। कोर्ट उनकी याचिका पर 27 सितंबर को सुनवाई करेगी।
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