कोस्ट गार्ड DIG ने कहा पाकिस्तान की नाव में सवार नहीं थे मछुआरे
नई दिल्ली। शनिवार को कोस्ट गार्ड की डीआईजी कुलदीप सिंह शेवरान ने गुजरात के पोरबंदर से सटी पाकिस्तान तटीय सीमा पर नजर आई पाक नाव के मुद्दे पर एक प्रेस कांफ्रेंस की। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने जानकारी दी कि 31 दिसंबर को पाक की जो नाव पकड़ी गई थी उसमें जो लोग सवार थे, वह मछुआरे जैसे नजर नहीं आ रहे थे।
नाव के मलबे से कुछ नहीं मिला
डीआईजी कुलदीप सिंह ने जानकारी दी कि नाव में सवार लोगों के पहनावे से इस बात का जरा भी आभास नहीं हो रहा था कि वह मछुआरे हैं। इन लोगों ने पैंट और टी-शर्ट पहनी हुई थी। बताया जा रहा है कि चार आतंकियों में से
दो को लाइफ जैकेट पहने हुए समंदर में कूदते देखा गया था। इस बात की जानकारी नहीं है कि यह दो लोग कहां गए। उन्होंने बताया कि नाव के मलबे की जांच की जा रही है लेकिन अभी तक उनके हाथ कुछ भी नहीं लग सका है। डीआईजी कुलदीप सिंह के मुताबिक यह जांच का विषय है और इंटेलीजेंस एजेंसियों की ओर से जांच शुरू कर दी गई है।
गुजरात बंदरगाहों पर सर्विलांस बढ़ाया गया
कुलदीप सिंह की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस प्रकरण के बाद से गुजरात के सभी बंदरगाहों पर सर्विलांस को बढ़ा दिया गया है। जहां 6 से लेकर 7 एयरक्राफ्ट्स हर पर बंदरगाहों की निगरानी कर रहे हैं तो वहीं कोस्ट गार्ड भी पूरी तरह से मुस्तैद है।
उन्होंने बताया कि पाक की ओर से एक नहीं बल्कि दो नावों को भेजा गया था। फिलहाल दूसरी नाव की तलाश जारी है और इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली है।
सूत्रों की मानें तो पोरबंदर पोर्ट पर जो दो पाक नावें देखी गई थीं, उसमें से एक पाक की ओर वापस लौट गई। कोस्ट गार्ड की ओर से इसकी लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर इस पूरे मुद्दे पर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर को जानकारी दी गई है।