भारतीय-चीनी सैनिकों के झड़प के बीच अब भारत के समुद्री सीमा में आए चीनी पोत को नौसेना ने दिखाया बाहर का रास्ता
सूत्रों ने एएनआई को बताया कि जम्मू-कश्मीर राइफल्स, जाट रेजिमेंट और सिख लाइट इन्फैंट्री सहित तीन अलग-अलग बटालियनों से संबंधित सैनिक पिछले हफ्ते झड़प की जगह पर मौजूद थे। जब चीनियों ने भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश की थ
Chinese scientific research vessel Yang Wang-5: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में यांग्त्से में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हो गई। पीएलए के सैनिक भारतीय सेना की तीन इकाइयों के साथ भिड़ गए, जो विभिन्न पैदल सेना रेजिमेंटों से संबंधित थीं। इस बीच भारत के समु्द्री सीमा में आए चीनी पोत को भारतीय नौसेना ने बाहर का रास्ता दिखाया। नौसेना के सूत्र ने बताया कि कुछ दिन पहले हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश करने वाला चीनी वैज्ञानिक अनुसंधान पोत यांग वांग-5 अब इस क्षेत्र से बाहर निकल गया है। लंबी दूरी के निगरानी ड्रोन और समुद्री गश्ती विमान सहित भारतीय नौसेना के द्वारा पोत की लगातार निगरानी की जा रही थी।
वहीं, दूसरी तरफ सूत्रों ने एएनआई को बताया कि जम्मू-कश्मीर राइफल्स, जाट रेजिमेंट और सिख लाइट इन्फैंट्री सहित तीन अलग-अलग बटालियनों से संबंधित सैनिक पिछले हफ्ते झड़प की जगह पर मौजूद थे। जब चीनियों ने भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश की थी। झड़प के लिए चीनी सैनिक, लाठियों और अन्य उपकरणों से लैस थे। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिक भी संघर्ष के लिए तैयार थे क्योंकि वे चीनियों के इरादों को जानते थे।
हालांकि, चीनियों ने उस दिन संघर्ष करना चुना जब दोनों इकाइयां क्षेत्र में मौजूद थीं। चीनी सेना के जवान हर साल इन इलाकों में घुसने की कोशिश करते हैं और अपनी क्लेम लाइन के बाहर पेट्रोलिंग करने की कोशिश करते हैं जिसे भारत इजाजत नहीं देता। चीनी सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर होलीदीप और परिक्रमा क्षेत्र के आसपास यांग्त्से में मुद्दों पर आक्रामक रवैया रखती हैं।
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