Coronavirus: चीन ने कोरोना वायरस को लेकर भारत से किया ये अनुरोध
नई दिल्ली। चीन ने कोरोना वायरस के मद्देनजर विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बात की। चीन ने भारत से आग्रह किया है कि वह इस वायरस को 'चीनी वायरस' ना कहे। इससे उनके देश की छवि खराब हो सकती है और ये अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बातचीत के दौरान चीन के विदेश मंत्री यांग ने उम्मीद जताई की भारत इस संकुचित मानसिकता का विरोध करेगा।
बता दें कि पिछले साल दिसबंर में, चीन कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। इसके बाद इस वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। इस वायरस के कारण पूरी दुनिया में 4 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। चीनी सरकार ने हाल ही में यह तर्क दिया था कि यह शायद पहले मध्य चीन में पाया गया था, लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है कि यह वहीं से पैदा हुआ था।
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कोरोना को 'चीनी वायरस' बताने पर लगातार चीन का विदेश मंत्रालय विरोध कर रहा है और अमेरिका द्वारा चीन का लेने पर कड़ा ऐतराज भी जता रहा है। भारत में चीन के राजदूत, राजदूत सुन वेईडोंग ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ' वांग यी ने कहा कि वायरस को चीन का कहना अस्वीकार्य और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को नुकसान पहुंचाने वाला और चीन को कलंकित करते वाला है। उम्मीद है कि भारत ऐसी संकीर्ण मानसिकता का विरोध करता है।'
अमेरिका में कोरोना वायरस से 600 लोगों की मौत, संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 50 हजार के करीब पहुंचा
अमेरिका द्वारा बार-बार लगाए जा रहे आरोपों पर चीन ने जवाब दिया था। फ्रांस में चीनी दूतावास ने एक ट्वीट में कहा, 'यूएस में पिछले साल सितंबर में शुरू हुए फ्लू से हुईं 20,000 मौत के मामलों में कोरोना के कितने मामले थे?' क्या अमेरिका ने नए कोरोना वायरस के मामलों को फ्लू बताकर पेश करने की कोशिश नहीं की।' बता दें कि कोरोना वायरस के कारण अब तक पूरी दुनिया में 18,895 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अमेरिका में मरने वालों की संख्या 706 तक पहुंच गई है।