बिलासपुर रैली में पीएम ने विरोधियों पर साधा निशाना, बोले- जमानत पर जीने वाले लोग मोदी को सर्टिफिकेट बांट रहे हैं
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में वोटरों को लुभाने के लिए राजनीतिक पार्टियां पूरे दमखम के साथ चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं। भाजपा की ओर से डॉ रमन सिंह को चौथी बार जीत दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सोमवार को पीएम मोदी बिलासपुर पहुंचे हुए है, जहां उन्होंने रैली को भी संबोधित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि मतदान करना लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव होता है। पीएम ने कहा कि बम बंदूक और पिस्तौल दिखाने वालों लोगों को ये जनता दम दिखा के रहेगी। एक हफ्ते के बाद 20 तारीख को बाकी क्षेत्रों में वोटिंग होगी।
बीजेपी ने राजनीति में एक नई धारा लेकर आई है
पीएम ने कहा कि इस बार छत्तीसगढ़ में भारी मतदान करके नया रिकॉर्ड कायम करना चाहिए। इस देश में 1952 से अब तक अनेक चुनाव हुए लेकिन अधिकतर चुनाव जाति वाद पर लड़ा। अमीर और गरीब की खाई पैदा करके लड़ा गया। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने तय किया अगर इस देश को हमारे आजादी के दिवानों के सपनों जैसा बनाना है, देश को गरीबी से मुक्त कराना है, गरीबी से मुक्ती दिलाना है तो देश को ऊंच नीच के भेदभाव से उपर उठना पड़ेगा। इसलिए बीजेपी राजनीति में एक नई धारा लेकर आई है।
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दूसरों की आलोचना से विश्वास नहीं हासिल होता है
पीएम ने कहा इसलिए बीजेपी ने विकास का मंत्र लेकर आई। तेज गति से विकास, चारो तरफ, सबका विकास इसी मंत्र को लेकर हम चले। इसलिए हमारे विरोधी दलों को अभी भी समझ नहीं आ रहा है कि बीजेपी के साथ मुकाबला कैसे करे। गरीबों के सपनों को साकार करने के लिए हम संकल्प लेकर चल पड़े हैं। पीएम ने कहा कि हमने हर कसौटी पर विकास के मुद्दे पर परिणाम हासिल किए हैं। परिवर्तन हासिल किए हैं। विश्वास औरों की आलोचना करने से पैदा नहीं होता है। गाली गलौज से पैदा नहीं होता है। आज छत्तीसगढ़ के हर कोने में ये विश्वास मैं अनुभव कर रहा हूं।
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जमानत पर जीने वाले लोग मोदी को सर्टिफिकेट बांट रहे हैं।
पीएम ने कहा कि मैं आज विरोधियों से पूछना चाहता हूं कि क्या कारण था जब मध्यप्रदेश अलग नहीं हुआ था तो एमपी और छत्तीसगढ़ बीमारू राज्य में गिना जाता था। पीएम ने कहा कि उनकी राजनीति एक परिवार से शुरू होती है एक परिवार में आकर पूरी होती है। लेकिन हमारी राजनीति गरीब की छोपड़ी से शुरू होती है उसे बदलकर चलती है। कौन गरीब जो नहीं चाहता है कि उसको भी रहने के लिए अच्छा खासा पक्का घर मिले। कौन गरीब नहीं चाहता कि वो बैंक कर कुछ पैसे जमा करें। लेकिन ये परिवारों में पले बड़े लोग, परिवार के लिए जिने मरने वाले लोग सामन्य लोगों की आकांक्षाओं से सौकड़ों मील दूर थे। कुछ लोग ऐसे हैं जो नोटबंदी का हिसाब मांग रहे हैं। जमानत पर जीने वाले लोग मोदी को सर्टिफिकेट बांट रहे हैं।