बोले बिहार: चुनावी मौसम में जनता के सवालों को नेताओं तक ले जा रहा है बीबीसी
बिहार ने आज़ाद भारत का सबसे बड़ा जनांदोलन खड़ा किया. देश को जयप्रकाश नारायण जैसा जन सरोकारों की बात करने वाला नेता दिया. 1974 के इस आंदोलन को 'जेपी आंदोलन' के नाम से भी जाना जाता है.
बिहार, एक ऐसा राज्य जो विविधताओं को खुद में समेटे हुए है. 40 लोकसभा सीटों वाले बिहार में आपको शायद ही कोई ऐसा शख्स मिले जो राजनीति में दिलचस्पी ना लेता हो.
बिहार ने आज़ाद भारत का सबसे बड़ा जनांदोलन खड़ा किया. देश को जयप्रकाश नारायण जैसा जन सरोकारों की बात करने वाला नेता दिया. 1974 के इस आंदोलन को 'जेपी आंदोलन' के नाम से भी जाना जाता है.
इस आंदोलन ने ही आज के बिहार को गढ़ा है. इसी आंदोलन से निकले नेता बिहार के राजनीतिक, समाजिक और आर्थिक सुधारों को लेकर आज अपने-अपने दावे पेश करते हैं.
बिहार दिल्ली की सत्ता में बेहद अहम भूमिका निभाने वाला राज्य है. इसे राजनीतिक बदलाव का गढ़ माना जाता है. देश के राजनीतिक भविष्य पर बात बिहार के बिना होना संभव नहीं है.
ऐसे में सवाल ये है कि बिहार में इस बार लोगों के क्या मुद्दे हैं, नेताओं से जनता की क्या उम्मीदें हैं, शिक्षा, रोज़गार का क्या हाल है? आपके ऐसे ही कई सवालों के साथ राजनेताओं से बात करने जा रहा है बीबीसी हिंदी.
15 मार्च, दिन शुक्रवार को पटना के अधिवेशन हॉल में बीबीसी हिंदी एक लाइव कार्यक्रम कर रहा है जिसका नाम है 'बोले बिहार'.