लव जिहाद कानून: उमा भारती बोलीं-देश में धार्मिक परिवर्तन की कोई आवश्यकता नहीं
भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार लव जिहाद के खिलाफ एक कानून लाने वाली है। अब इस कानून को लेकर राज्य की पूर्व सीएम और बीजेपी नेता उमा भारती का बड़ा बयान आया है। पूर्व सीएम और वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती को लगता है कि भारत में "धार्मिक परिवर्तन की कोई आवश्यकता नहीं" है। उनके इस बयान को मप्र में 'लव जिहाद' के खिलाफ प्रस्तावित कानून की आलोचना माना जा रहा है। मध्य प्रदेश में जबरन धार्मिक धर्मांतरण को रोकने के लिए प्रस्तावित कानून के बारे में पूछे जाने पर भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि देश में धार्मिक धर्मांतरण की कोई आवश्यकता नहीं है।

मैहर में पत्रकारों से बात करते हुए, उमा भारती ने कहा, "भारत में धार्मिक धर्मांतरण की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि यहां हिंदू कुरान या बाइबल पढ़ने और मस्जिदों या चर्चों में जाने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने यह टिप्पणी मध्य प्रदेश फ्रीडम ऑफ रिलीजन बिल, 2020 के संदर्भ में की। जिसे राज्य की भाजपा सरकार ने आगामी विधानसभा सत्र में पेश करने की योजना बनाई है। भारती की टिप्पणी से राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई।
कुछ भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि उनकी टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है। अब बीजेपी ने इससे दूरी बनाने की कोशिश कर रही है। पार्टी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, "भाजपा का रुख स्पष्ट है। अगर सरकार एक ऐसा कानून बनाती है जो लड़कियों को लव जिहाद के कुकृत्य से बचाता है, तो इसका स्वागत है। दूसरी ओर, कांग्रेस के नेताओं ने विवादास्पद मुद्दे पर उमा भारती की "निष्पक्ष राय" का समर्थन किया है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता के के मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि, राजनीति में बेबाकी व अदम्य साहस की पहचान आदरणीया उमा भारती जी ने राजनैतिक आधार पर बनाये जा रहे धर्मांतरण जैसे कानून की जरूरत नहीं होने की बात कह,एक बार फिर सच्चाई उगल दी है,बधाई-आभार-धन्यवाद! भारती का बयान वायरल होने के बाद भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने 'लव जिहाद' के लिए मौत की सजा या आजीवन कारावास की मांग की है।
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