साइकिल के पंप से बेटे ने बचाई पिता की जान
बीकानेर। आपको आमिर कान की फिल्म 'थ्री ईडियट' का वो सीन तो याद होगा जिसमें वो एक वैक्यूम क्लीनर की मदद से बच्चे का जन्कोम करवाते है। ये कहानी तो फिल्मी थी, लेकिन वास्तव में एक बेटे ने अपने पिता को बचाने के लिए ऐसा ही कारनामा कर दिया।
राजस्थान के बीकानेर में 5वीं पास बेटे पिता के लिए डॉक्टर बन गया। बेटे ने अपने पिता की जान बचाने के लिए साइकिल में हवा भरने वाले पंप की मदद से नई जिंदगी लौटाई। बीकानेर से 180 किलोमीटर दूर के गांव में रहने वाले मणिराम अस्थमा के मरीज हैं। उन्हें अचानक अस्थामा का दौरा पड़ता है। सांस लेने में तकलीफ होने लगी। हालत बेहद खराब हो गई । पिता की बिगड़ती हालत को देखते हुए बेटे सुभाष ने तुरंत साइकिल में हवा भरने वाला पंप में मास्क लगाकर पिता के नाक में हवा देने लगा।
फेफड़ों में हवा पहुंचते ही मणिराम की तबीयत ठीक होने लगी। पिता की हालत सुधरते ही सुभाष मणिराम को लेकर बीकानेर के अस्पताल पहुंचा। जब डॉक्टरों को सुभाष की तरकीब का पता चला तो वो भी हैरान रह गए। डॉक्टर्स इसे शोध का विषय मान रहे हैं।