Big News: साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की कमेटी में मिली जगह, राजनाथ सिंह कर रहे हैं अगुवाई
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नई दिल्ली। एक बड़ी खबर प्रज्ञा सिंह ठाकुर से जुड़ी हुई है, एमपी के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की कमेटी में शामिल किया गया है, बता दें कि इस कमेटी की अगुवाई खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय की कमेटी में कुल 21 सदस्य हैं,
मालूम हो कि रक्षा मंत्रालय की इस कमेटी में कुल 21 सदस्य हैं, जिनमें से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का भी नाम है, खास बात ये है कि इस कमेटी में चेयरमैन राजनाथ सिंह के अलावा फारुक अब्दुल्ला, ए. राजा, सुप्रिया सुले, मीनाक्षी लेखी, राकेश सिंह, शरद पवार, जेपी नड्डा जैसे गणमान्य लोग भी शामिल हैं।
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लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्वजिय सिंह को हराया था प्रज्ञा ने
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जब से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया था, तब से ही वो विवादों में ही रही हैं, मालेगांव बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को हराकर सांसद बनी हैं।
प्रज्ञा बचपन से ही काफी तेज तर्रार थीं
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का जन्म मध्य प्रदेश के भिंड जिले के कछवाहा गांव में हुआ था। प्रज्ञा के पिता का नाम चंद्रपाल सिंह है जो एक आर्युवेदिक डॉक्टर थे। वो लहार कस्बे के गल्ला मंडी रोड पर रहते थे और यहीं पर एक क्लीनिक चलाते थे। प्रज्ञा बचपन से ही काफी तेज तर्रार थीं। चुकि चंद्रपाल सिंह खुद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े थे इसलिए प्रज्ञा को हिन्दूवादी शिक्षा घर से ही मिली। प्रज्ञा सिंह ठाकुर कॉलेज के दिनों में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गईं। अपने बोलने की कला के चलते ही साध्वी ने बहुत जल्द को देखते हुए जल्द परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में पहचान बना ली। साध्वी प्रज्ञा के भाषण देने की कला के सभी कायल थे। कहते हैं कि प्रज्ञा जब भीड़ को संबोधित करती थीं तो लोगों के रौंगटे खड़े हो जाते थे।
प्रज्ञा बचपन से ही काफी तेज तर्रार थीं
प्रज्ञा की पहचान अब राष्ट्रीय स्तर पर होने लगी थी। उन्हें भरपूर राजनीतिक माइलेज मिलने लगा था। लेकिन अचानक प्रज्ञा ने परिषद छोड़ दिया और साध्वी का रूप धारण कर लिया। साध्वी का चोला पहनने के बाद प्रज्ञा कई संतों के संपर्क में आईं और प्रवचन करना शुरु कर दिया। साध्वी धीरे-धीरे मध्य प्रदेश को छोड़ती गईं और सूरत को अपनी कार्यस्थली बना लिया। साध्वी की आर्थिक स्थिति जैसे-जैसे मजबूत होती गई उन्होंने सूरत में अपना आश्रम बनवा लिया। प्रज्ञा ने अपने परिजनों को भी इसी आश्रम में बुला लिया और उनके साथ रहने लगीं। प्रज्ञा ठाकुर को 23 अक्टूबर 2008 को गिरफ्तार किया गया था।
मैं कभी भी साध्वी को माफ नहीं कर पाऊंगा: पीएम मोदी
लोकसभा चुनाव के दौरान जब साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था, जिस पर काफी बवाल मचा था, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया था कि वह कभी भी साध्वी प्रज्ञा को मन से माफ नहीं कर पाएंगे, इसी के बाद बीजेपी की ओर से साध्वी प्रज्ञा को विवादित बयान पर कारण बताओ नोटिस दिया गया था और अनुशासनात्मक कमेटी को मामला सौंपा गया था।
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