अनिल विज के कोरोना संक्रमित होने पर भारत बायोटेक ने दी सफाई, वैक्सीन के असर ना दिखाने की बताई वजह
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की बड़ी उम्मीद भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन (COVAXINE) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। हाल ही में वॉलेंटियर के तौर पर भारत बायोटेक कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगवाने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। शनिवार को उन्होंने खुद ट्वीट कर अपने संक्रमित होने की जानकारी दी है। अनिल विज के कोरोना संक्रमित होने के बाद अब भारत बायोटेक ने अपनी वैक्सीन को लेकर सफाई दी है। कंपनी ने कहा कि यह COVAXINE वैक्सीन दो डोज के बाद ही कोरोना वायरस के खिलाफ कारगर साबित होती है।
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गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के मामलों पर ब्रेक नहीं लग रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक आज यानी शनिवार को देशभर से कुल 36652 नए मामले सामने आए जिसमें से एक हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी हैं। अनिल विज के कोरोना संक्रमित होने से लोग इस वजह से भी हैरान हैं क्योंकि कुछ दिनों पहले ही उन्होंने COVAXINE वैक्सीन के ट्रायल में वॉलेंटियर के तौर पहला टीका लगवाया था। उस दौरान यह खबर काफी सुर्खियों में भी रही थी। अनिल विज के कोरोना संक्रमित होने के बाद भारत बायोटेक की वैक्सीन पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
Covaxin clinical trials are based on a 2-dose schedule, given 28 days apart. The vaccine efficacy will be determined 14 days post the 2nd dose. Covaxin has been designed to be efficacious when subjects receive both doses: Bharat Biotech https://t.co/eT5YybkoLl
— ANI (@ANI) December 5, 2020
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इस बीच भारत बायोटेक की तरफ से बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के टीका लगाने के बावजूद कोरोना संक्रमित होने की वजह बताई है। कोवैक्सीन की क्लीनिकल ट्रायल डोज लेने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री को कोरोना होने पर भारत बायोटेक ने सफाई देते हुआ कहा कि COVAXINE वैक्सीन 2 डोज के बाद ही प्रभावकारी होती है। मानव शरीर में यह कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण के 14 दिनों के बाद असर दिखाती है। COVAXINE को दो डोज देने के बाद असर दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है। भारत बायोटेक ने आगे बताया कि तीसरे फेज का ट्रायल रैंडम है, इसमें शामिल 50 फीसदी लोगों को प्लासीबो (दवा के भ्रम में कोई सामान्य् पदार्थ) और 50 फीसदी लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है।