सुप्रीम कोर्ट के जजों ने मिल-बैठकर मामले को सुलझा लिया है: चेयरमैन बार काउंसिल ऑफ इंडिया
नई दिल्ली। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया पर सवाल उठाने के बाद जारी गहमागहमी के बीच आज (सोमवार) बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने बताया है कि जजों ने आपस में सभी मामलों को सुलझा लिया गया है। ममन कुमार ने कहा कि ये न्यायपालिका का आपसी मामला था, जिसे आपस में बैठकर खत्म कर लिया गया। उन्होंने कहा कि इस पर बहुत टीका टिप्पणी की जरूरत नहीं है क्योंकि घर का मामला घर में सुलझ गया है। उन्होंने कहा कि सभी जजों ने चाय पर बैठकर सभी मतभेद दूर किए हैं।
सोमवार से सुप्रीम कोर्ट में सुचारू कामकाज
वहीं सुप्रीम कोर्ट में भी सोमवार से सुचारू रूप से काम शुरू हुआ है। मुख्य न्यायाधीश के आचरण पर सवाल उठाने वाले चार वरिष्ठ जज भी न्यायालय की कारवाई में सामान्य रूप से भाग लेंगे। सोमवार को चारों वरिष्ठ जज सर्वोच्च न्यायालय जाएंगे। आज सुप्रीम कोर्ट में जिन मामलों में सुनावई होने है उनमें से मामला सीबीआई के स्पेशल जज जस्टिस ब्रजमोहन लोया की अचनाक मौत का मामला भी है।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने की थी मामला खत्म करने की मांग
इससे पहले शुक्रवार को बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने मामले को लेकर बैठक की थी। बैठक के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने बताया कि बैठक में एकमत से ये तय हुआ है कि काउंसिल का सात सदस्यों का एक डेलीगेशन सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीशों से मिलेगा और मामले को खत्म करने की कोशिश करेगा। मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि हम चाहते हैं कि ये मामला जल्दी से जल्दी निपट जाए।
सुप्रीम कोर्ट बार काउंसिलने भी शनिवार को आपात बैठक बुलाई थी। सुप्रीम कोर्ट बार काउंसिल के अध्यक्ष विकास सिंह ने बताया कि हमने आपात बैठक बुलाकर कुछ अहम फैसले लिए हैं, जिसमें सबसे अहम उच्चतम न्यायालय के चार जजों के मीडिया के सामने उठाए मुद्दों के जल्द से जल्द हल की मांग है। बैठक में एक और अहम निर्णय ये हुआ है कि पीआईएल से जुड़े जो मामले हैं, उन्हें चीफ जस्टिस पांच जजों के कोलेजियम को सौंपें।
शुक्रवार को की थी जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस
भारत के इतिहास में पहली बार शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने मीडिया से बात की थी। चीफ जस्टिस के बाद सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जस्टिस जे चेलमेश्वर ने कई सवाल न्यायपालिका और चीफ जस्टिस के बर्ताव पर खड़े किए हैं। इस प्रेस वार्ता में न्यायाधीश चेलमेश्वर, न्यायाधीश जोसेफ कुरियन, न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायाधीश एम बी लोकुर मौजूद थे। न्यायाधीश चेलमेश्वर ने कहा कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं सुनी, हम नहीं चाहते हैं कि 20 साल बाद हम पर कोई आरोप लगे। न्यायाधीश चेलमेश्वर ने कहा कि जजों के बारे में CJI को शिकायत की थी लेकिन चीफ जस्टिस ने हमारी बात नहीं सुनी। न्यायाधीश चेलमेश्वर ने कहा कि हम देश का कर्ज अदा कर रहे हैं। मजबूर हो कर मीडिया के सामने आना पड़ा, अब चीफ जस्टिस पर देश फैसला करे।
CJI के खिलाफ कॉन्फ्रेंस करने वाले चारों जज आज फिर से काम पर लौटेंगे