खजाना खुदाई: छह दिनों बाद भी सोना नहीं मिला
इससे पहले खुदाई में मिली प्राचीन दीवार, खंभे का हिस्सा, मिट्टी के टूटे बर्तन, लोहे की कीलें और कांच की चूड़ियों का एएसआई अधिकारियों द्वारा गहन परीक्षण किया जा रहा है। सदियों पुरानी ये चीजें पुरातात्विक महत्व की बताई जा रही हैं।
खुदाई स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। साथ ही पूरे क्षेत्र की बैरीकेडिंग की गई है। मीडिया को बैरीकेडिंग से आगे जाने की मनाही है। खुदाई में खजाना मिलने की संभावना क्षीण होते देख वहां पहुंचे लोगों की भीड़ लगभग छंट चुकी है। भीड़ के नाम पर केवल पुलिसकर्मी और कुछ स्थानीय मीडियाकर्मी ही बचे हैं। खनन स्थल पर तैनात पुलिस उपाधीक्षक तौकीर अहमद ने गुरुवार को कहा कि सुरक्षा के इंतजाम पहले की तरह हैं। पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के करीब 175 जवान 24 घंटे नजर रखे हुए हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि राजा राव राम बख्श के किले की खुदाई एक संत शोभन सरकार की भविष्यवाणी के आधार पर की जा रही है, उन्होने सपना देखा था कि किले में 1000 टन सोना हो सकता है। वहीं उनके शिष्य ओम ने कहा था कि अगर खुदाई में सोना न मिले तो मैं अपना सिर कटवाने के लिए भी तैयार हूं। इन्हीं दावों के आधार पर यह खुदाई की जा रही है।