SPG बिल राज्यसभा में पास, अमित शाह बोले- सिर्फ गांधी परिवार की नहीं बल्कि हर नागरिक की सुरक्षा की चिंता
नई दिल्ली। राज्यसभा में एसपीजी (संशोधन) बिल 2019 पारित हो गया है। इस दौरान कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट किया। वहीं इस बिल पर गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में जवाब दिया। बिल पेश करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह सच नहीं है कि हमने केवल गांधी परिवार को ध्यान में रखकर एसपीजी बिल लाया है। इस बिल को लाने से पहले ही खतरे के आकलन कर के गांधी परिवार से सुरक्षा वापस ले ली गई थी। उन्होंने कहा कि एसपीजी सिर्फ प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए नहीं होती बल्कि उनके स्वास्थ्य, ऑफिस और अन्य चीजों की देखभाल भी करती है। अब जो लोग प्रधानमंत्री नहीं है उनको अब भी प्रधानमंत्री वाली सुरक्षा चाहिए, ऐसा नहीं होता है।

उन्होंने कहा हम किसी एक परिवार का नहीं बल्कि परिवारवाद का विरोध कर रहे हैं। अमित शाह ने संसद में कहा कि देश में किसी आम आदमी को प्रधानमंत्री से भी ज्यादा सुरक्षा की आवश्यकता हो सकती है। रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान अशोक सिंघल को भी सुरक्षा की जरूरत थी, लेकिन उनको तो एसपीजी नहीं दी गई न? उन्होंने कहा कि इस देश में किसी भी व्यक्ति को खतरा हो सकता है लेकिन हम हर किसी को तो एसपीजी नहीं दे सकते हैं। एसपीजी सुरक्षा सिर्फ देश के प्रधानमंत्री के लिए होना चाहिए।
अपने जवाब में अमित शाह ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं कि यह एसपीजी (संशोधन) बिल एक राजनीतिक प्रतिशोध है जबकि ऐसा नहीं है। इस बिल से अगर किसी का नुकसान होगा तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का होगा क्योंकि 5 साल के बाद तो उनको भी एसपीजी सुरक्षा नहीं मिलेगी। ऐसा तो है नहीं कि 5 साल बाद फिर से सुरक्षा का आकलन करके उनको सुरक्षा दी जाएगी। बता दें कि बिल लोकसभा में 27 नवंबर, 2019 को पारित हो गया था।
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