जमीन से हवा में मार करने वाले आकाश मिसाइल का परीक्षण, बढ़ेगी चीन की टेंशन
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, 'इस टेस्ट के बाद भारत ने सतह से हवा में किसी भी मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता हासिल कर ली है।
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नई दिल्ली। भारत ने अपनी जमीन से हवा में मार करने वाले आकाश सुपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।, जिसमें स्वदेश निर्मित रेडियो फ्रिक्वेंसी सीकर है। 'आकाश' में करीब 25 किलोमीटर की दूरी तक निशाना साधने की क्षमता है और यह 55 किलोग्राम के आयुध ले जा सकती है। बालेश्वर के पास चांदीपुर में इंटीग्रेटिड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के परिसर-3 से अत्याधुनिक स्वदेश निर्मित मिसाइल का परीक्षण किया गया और मानवरहित वायुयान 'बंशी' पर निशाना साधा गया।
मिसाइल ने एक यूएवी 'बंशी' को सफलतापूर्वक निशाने पर लिया
इस स्वदेशी मिसाइल ने एक यूएवी 'बंशी' को सफलतापूर्वक निशाने पर लिया। यह टेस्ट मंगलवार दोपहर चांदीपुर की एकीकृत टेस्ट रेंज में किया गया। अधिकारियों के मुताबिकरेडार, टेलिमेट्री, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल और ट्रैक के आधार पर मिसाइल ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यह सुपरसोनिक मिसाइल पहला स्वदेशी मिसाइल है जिसे जमीन से हवा में मार करने के लिए सेना में शामिल किया गया है।
आकाश की मारक क्षमता लगभग 25 किलोमीटर है
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, 'इस टेस्ट के बाद भारत ने सतह से हवा में किसी भी मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता हासिल कर ली है।' चीन से मुकाबला करने के लिए भारत ने आकाश मिसाइल के लिए वियतनाम को भी ऑफर दिया है। आकाश की मारक क्षमता लगभग 25 किलोमीटर है और यह 55 किलोग्राम तक का आयुध अपने साथ ले जा सकता है। यह किसी भी मौसम में काम कर सकता है और मीडियम रेंज एयर टारगेट को निचले, मध्यम और ऊंचाई पर टारगेट कर सकता है।
कई तरफ से आते खतरों को एकसाथ आसानी से निशाना बनाया जा सकता है
रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया आकाश मिसाइल लड़ाकू विमानों, क्रूज़ मिसाइल और हवा से जमीन पर वार करने वाले बलिस्टिक मिसाइलों को भी आसानी से निशाना बना सकता है। इसका सिस्टम इस तरह से डिजाइन किया गया है कि कई तरफ से आते खतरों को एकसाथ आसानी से निशाना बनाया जा सके। यह परीक्षण डीआरडीओ के डायरेक्टर जनरल (मिसाइल) और रक्षा मंत्री के सलाहकार जी. सतीश रेड्डी के देखरेख में किया गया।
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