स्वास्थ्य कर्मियों से मारपीट पर AIIMS के डॉक्टर नाराज, गृहमंत्री को लिखा पत्र
नई दिल्ली: भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 13 हजार को पार कर चुका है। कोरोना महामारी से चल रही अहम लड़ाई में डॉक्टर दिन-रात अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की देखभाल कर रहे हैं। इसके बावजूद भी देश के अलग-अलग हिस्सों में डॉक्टरों से मारपीट के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। जिस पर अब एम्स रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने नाराजगी जताई है। साथ ही गृहमंत्री अमित शाह को इस संबंध में एक पत्र लिखा है।

एसोसिएशन ने अपने पत्र में लिखा कि अपनी जान की परवाह किए बिना स्वास्थ्य कर्मी लगातार इस खतरनाक बीमारी से मरीजों को बचा रहे हैं। इसके बावजूद उनके साथ मरीजों और तीमरदारों के द्वारा अभद्रता और मारपीट की जा रही है। ऐसे में सरकार को हेल्थ सर्विस पर्सनल एंड क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट बिल पर अमल करना चाहिए। साथ ही मारपीट और अभद्रता करने वाले लोगों का सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
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इन मामलों से डॉक्टर हैं नाराज-
1- मुरादाबाद में 15 अप्रैल को कोरोना संक्रमितों की जांच करने गई टीम पर भीड़ ने हमला किया।
2-लोक नायक अस्पताल में 14 अप्रैल को एक महिला नर्स के साथ दुर्व्यवहार किया गया, जो कोविड-19 मरीजों के इलाज में लगी थी।
3- हैदराबाद के उस्मानिया हॉस्पिटल में एक संदिग्ध कोरोना संक्रमित मरीज के रिश्तेदारों ने पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर के साथ मारपीट की।
4- 8 अप्रैल को सफदरजंग हॉस्पिटल में भी दो महीला डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार किया गया।
5- एम्स भोपाल में 8 अप्रैल को दो डॉक्टर ड्यूटी के बाद घर जा रहे थे। ऐसे में पुलिस ने उन्हें रोका और उनकी पिटाई कर दी। जिसमें वो बुरी तरह घायल हो गए।
6- 11 अप्रैल को भरतपुर मेडिकल कॉलेज में एसडीएम और पुलिस अधिकारियों ने डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया।
7- वहीं गुजरात के सूरत से भी एक मामला सामने आया था। जहां कोरोना मरीजों का इलाज करके घर आए डॉक्टर के साथ पड़ोसियों ने अभद्रता की थी।